उत्तरप्रदेश। नोएडा पुलिस की टीम द्वारा कथित तौर पर एटीएम हैकर को पकड़ कर उनसे 20 लाख रुपये और एक क्रेटा कार लेकर उनको छोड़ने के मामले का खुलासा हुआ है। गाजियाबाद की इंदिरापुरम थाना पुलिस की पकड़ में आने पर इन हैकर ने ही यह खुलासा किया है। इस मामले में गाजियाबाद पुलिस द्वारा भेजी गई रिपोर्ट के बाद डीजीपी ने मामले की जांच शुरू करा दी है।
पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार, इंदिरापुरम थाना पुलिस ने एटीएम हैकर गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया। उनके द्वारा गाजियाबाद में क्रेटा कार से एक घटना को अंजाम दिया गया था। जब पुलिस ने हैकर गिरोह से इस क्रेटा कार के संबंध में पूछा तो उन्होंने बताया कि यह क्रेटा कार नोएडा पुलिस की एसओजी की टीम के पास है।
इस पर हुई पूछताछ में खुलासा हुआ कि उन्हें करीब तीन माह पहले एसओजी नोएडा की टीम ने पकड़ा था और उस दौरान उनके पास 10 लाख रुपये नकद थे। जिसे टीम ने जब्त कर लिया था और उसके बाद उनसे 10 लाख रुपये और लेने के लिए एसओजी कर्मियों की एक टीम उनके घर गई थी। टीम वहां से 10 लाख रुपये और क्रेटा कार लेकर आ गई थी। इस पर इंदिरापुरम थाना पुलिस ने हैकर को उनके घर ले जाकर वहां से एसओजी कर्मियों द्वारा क्रेटा कार ले जाने की सीसीटीवी फुटेज भी बरामद कर ली।
इस मामले की जांच में जुटे पुलिस अधिकारियों की मानें तो नोएडा पुलिस ने एटीएम हैकर को छोड़ने के लिए पहले 50 लाख रुपये की मांग की थी, लेकिन बाद में 20 लाख रुपये देने पर सहमति बनी। इस संबंध में पूरी रिपोर्ट बनाकर डीजीपी मुख्यालय को भेजी जिसे डीजीपी ने गंभीरता से लिया है और इस प्रकरण में जांच बैठाते हुए रिपोर्ट तलब की है। एडीजी इंटेलिजेंस भी पूरे मामले की जांच करा रहे हैं।