रांची। डोरंडा महाविद्यालय के स्नातकोत्तर भूगोल विभाग में संचालित अमानत सर्वे कोर्स (2020-21) का भू संपत्ति सर्वेक्षण कांके मौजा के होचर में आयोजित हो रहा है। अमानत सर्वे कोर्स में भू संपत्ति सर्वेक्षण के प्रशिक्षण लेना सभी छात्र-छात्राओं के लिए अनिवार्य है। इस सर्वेक्षण प्रशिक्षण में कई वरीय प्रशिक्षक एवं अमीनों के माध्यम से भू मापन के कई बारीकियों को व्यवहारिक तौर पर सिखाया जा रहा है। इस सर्वेक्षण में विद्यार्थियों को जरीब, फीता, गुनिया आदि के माध्यम से सूक्ष्मतापूर्वक अमीन के कार्यों को बताया और सिखाया जा रहा है।
सर्वेक्षण कार्यक्रम को निरीक्षण करने रांची विश्वविद्यालय के डीएसडब्ल्यू डॉ राजकुमार शर्मा होचर पहुंचे। विद्यार्थियों से उनके प्रशिक्षण के संबंध में बातें की। उन्हें दिये जा रहे प्रशिक्षण को लेकर पूछताछ भी की। उन्होंने विद्यार्थियों से फीडबैक लेकर कहा कि अमीन का कार्य काफी महत्वपूर्ण है। ईमानदारी से सीखी गई यह विद्या हमें रोजगार की गारंटी देता है।
आज के सर्वेक्षण कार्य की गतिविधियों को देखने के लिए डीएसपीएमयू, रांची के भूगोल विभाग के वरीय शिक्षक डॉ नलिनी कांत महतो, आरयू के एनएसएस कार्यक्रम समन्वयक डॉ ब्रजेश कुमार, डोरंडा महाविद्यालय के भूगोल विभाग के अध्यक्ष एवं अमानत कोर्स के समन्वयक डॉ सुनील कुमार, डॉ जयश्री शाहदेव (अवकाश प्राप्त विश्वविद्यालय भूगोल विभाग) आदि आये। विभिन्न प्रकार के कार्यों को देखा।
इस पूरे कोर्स के विद्यार्थियों को 04 भागों में विभाजित कर उन्हें प्रो प्रेमलता कुमारी, डॉ संगम सुमन, प्रो विश्वमोहन, वरीय अमीन रतन महतो आदि प्रशिक्षकों के माध्यम से प्रशिक्षित किया जा रहा है। इसके अंतर्गत मुस्तकील आदि की सहायता से पैमाइस एवं रकबा का क्षेत्रफल आदि निकालने का कार्य भी सिखाया जा रहा है।
कोर्स समन्वयक डॉ सुनील कुमार ने बताया कि डोरंडा महाविद्यालय में चल रहे दूसरे सत्र 2021-22 में नामांकन के लिए कुछ सीटें रिक्त है। इच्छुक छात्र-छात्राएं (किसी भी स्ट्रीम के इंटर में 45% अंक प्राप्त) अमानत कोर्स में नामांकर करा सकते हैं। इसके लिए वे भूगोल विभाग में 30 नवंबर, 2021 तक संपर्क कर सकते हैं।