- बिरसा कृषि विवि में शोक सभा आयोजित
रांची। बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के मूंगफली की विख्यात किस्म बिरसा बोल्ड के जनक डॉ हबीबुर रहमान का निधन हो गया। वे कैंसर से पीड़ित थे। रविवार देर शाम उनका निधन हुआ। विवि के दो प्रोफेसर के निधन पर शोक संतप्त परिवार के प्रति सद्भभावना व्यक्त की है.
सोमवार को विवि के कृषि संकाय के दो सेवानिवृत्त यूनिवर्सिटी प्रोफेसर डॉ एमके सिंह एवं डॉ हबीबुर रहमान के निधन पर शोकसभा का आयोजन किया गया। डीन एग्रीकल्चर डॉ एसके पाल की अध्यक्षता में संकाय के शिक्षकों एवं वैज्ञानिकों ने दिवगंत आत्मा को श्रद्धा सुमन अर्पित की। दोनों दिवगंत प्रोफेसर के विश्वविद्यालय में शैक्षणिक एवं अनुसंधान में योगदान को अनुकरणीय बताया।
डॉ एसके पाल ने कहा कि दिसंबर 2018 में सेवानिवृत्त हुए डॉ एमके सिंह दो वर्षो से कैंसर से पीड़ित थे। एग्रोनोमिस्ट के रूप में उनकी युजी, पीजी एवं पीएचडी छात्रों के बीच विशिष्ट पहचान थी। उनके द्वारा विवि में स्थापित फार्मिंग सिस्टम प्रणाली से आज भी शोध कार्यो को बढ़ावा मिल रहा है।
डॉ सोहन राम ने कहा कि डॉ हबीबुर रहमान के आकस्मिक निधन से आनुवांशिकी एवं पौधा प्रजनन विभाग के वैज्ञानिक एवं कर्मचारी काफी दुखी एवं मर्माहत है। यूनिवर्सिटी प्रोफेसर पद से वर्ष 1998 में सेवानिवृत्त हुए थे। उन्होंने मूंगफली की बिरसा बोल्ड नामक प्रभेद को विकसित किया था, जिससे विश्वविद्यालय को देश-विदेश में विशेष पहचान मिली। विभाग के वैज्ञानिकों में नये किस्मों के विकास में अभिरूचि हुई। राज्य में फसलों के उन्नत किस्मों के विकास को गति मिली। विवि अबतक झारखण्ड राज्य के उपयुक्त 50 से अधिक उन्नत फसल प्रभेदों को विकसित करने में सफल हुआ।
सभा में कुलपति डॉ ओंकार नाथ सिंह, डॉ डीके शाही, प्रो डीके रूसिया, डॉ बीके अग्रवाल एवं डॉ नैयर अली ने दोनों दिवगंत आत्मा के विश्वविद्यालय में योगदान एवं निजी अनुभवों को साझा किया। मौके पर डॉ पीके सिंह, डॉ एस कर्मकार, अमरेन्द्र कुमार वर्मा, एके नायक सहित अनेकों शिक्षक एवं कर्मचारी मौजूद थे।