खूंटी। धरती आबा बिरसा मुंडा की जन्मस्थली खूंटी के उलीहातू से सीएम हेमंत सोरेन ने 45 दिनों तक चलनेवाले ‘आपका अधिकार, आपकी सरकार आपके द्वार’ कार्यक्रम की शुरुआत की।
मौके पर सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि लोककल्याण के लिए सरकार अब आपके द्वार आयेगी। जनता की समस्याओं को निपटाना उनकी प्राथमिकता होगी। इस अवसर पर किसान लाभुकों के बीच परिसंपत्तियों का वितरण किया गया। विभूतियों को सम्मानित किया गया।
मौके पर ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम, श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता, तमाड़ विधायक विकास सिंह मुंडा, सीएम के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, सखी मंडल की दीदीयां, किसान भाई बहन व ग्रामीण उपस्थित थे। खूंटी के उपायुक्त ने सभी उपस्थित अतिथियों का स्वागत किया।
*राज्य भर में लगेगा पंचायतस्तरीय कैंप*
29 दिसंबर तक चलनेवाले इस कार्यक्रम में बड़े पैमाने पर पंचायतों में कैंप लगाये जायेंगे। समस्याओं का निपटारा, योजनाओं का लाभ, प्रवासी मजदूरों को रोजगार, राशन कार्ड बनाना, राशन कार्ड सरेंडर करना, जमीन के लगान की रसीद काटने, नियुक्ति पत्र, परिसंपत्तियों का वितरण सहित 26 तरह के मामलों का निपटारा किया जायेगा।
आम नागरिकों को राज्य सरकार की सभी लोक कल्याणकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी देना। झारखंड राज्य खाद्य सुरक्षा योजना के अंतर्गत नया राशन कार्ड स्वीकृति के लिए आवेदन पत्र प्राप्त करना। राशन कार्ड के लिए प्राप्त आवेदनों के विरुद्ध स्वीकृत राशन कार्ड लाभान्वित को उपलब्ध कराना। अयोग्य लाभान्वितों को राशन कार्ड सरेंडर करने के लिए प्रेरित करना। राशन कार्ड में त्रुटि के सुधार के लिए आवेदन पत्र प्राप्त कर उस पर कार्रवाई करना। राशन डीलर के विरुद्ध प्राप्त शिकायतों का निराकरण करना।
नये लाभान्वितों को पेंशन का लाभ स्वीकृत कराने के लिए आवेदन पत्र प्राप्त कराना। पेंशन के लिए प्राप्त आवेदनों पत्रों पर जांचोपरांत स्वीकृति की कार्रवाई करना तथा स्वीकृति पत्र लाभान्वित को उपलब्ध कराना। पेंशन प्राप्त करने में किसी लाभान्वित को हो रही समस्या का निराकरण करना।
मनरेगा के तहत नये जॉब कार्ड के लिए आवेदन पत्र प्राप्त कर उस पर कार्रवाई करना। झारखंड लौटनेवाले प्रवासी श्रमिकों के लिए प्राथमिकता के तौर पर जॉब कार्ड बनाना। मनरेगा के तहत अगर रोजगार उपलब्ध कराने के लिए पर्याप्त संख्या में योजनाएं स्वीकृत नहीं हैं, तो नयी योजनाओं की स्वीकृति के लिए कार्रवाई करना।
हड़िया बिक्री के रोजगार में लगी महिलाओं की पहचान कर उन्हें फुलो-झानो आशीर्वाद अभियान के तहत वैकल्पिक रोजगार की सुविधा उपलब्ध कराना। धोती-साड़ी का वितरण करना, कंबल का वितरण करना। 15वें वित्त आयोग के तहत मिली राशि के विरुद्ध जनोपयोगी योजनाओं को स्वीकृत करना।