दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) हलाल मीट को लेकर विवादों में घिर गया है। असल में न्यूजीलैंड के खिलाफ कानपुर में पहले टेस्ट मैच के दौरान भारतीय क्रिकेटरों के लिए केवल ‘हलाल’ मांस की सिफारिश की गई है।
भारतीय क्रिकेटरों के लिए जो व्यंजन सूची (मेन्यू) तैयार किया गया है, उसकी एक प्रति वायरल हो रही है। इसमें स्पष्ट तौर पर लिखा गया है कि पोर्क (सूअर का मांस) और बीफ (गौमांस) किसी भी रूप में भोजन का हिस्सा नहीं होने चाहिए।
भाजपा प्रवक्ता और एडवोकेट गौरव गोयल ने इस सिफारिश को तुरंत वापस लेने की मांग की है। गोयल ने अपने ट्विटर हैंडल पर जारी वीडियो में कहा, ‘खिलाड़ी कुछ भी खाना चाहते हैं वह खाएं। बीसीसीआई को यह अधिकार किसने दिया है वह ‘हलाल’ मांस की सिफारिश करे।’ हिंदू और सिख अमूमन ‘झटका’ वाला मांस जबकि मुस्लिम ‘हलाल’ मांस खाना पसंद करते हैं।
हलाल में जानवर के गले की नस को काटकर तब तक छोड़ दिया जाता है जब तक कि उसका पूरा खून नहीं निकल जाए। झटका में जानवर के गर्दन पर तेज धारदार हथियार से वार करके तुरंत उसके गर्दन को अलग कर दिया जाता है।