सिमडेगा। झारखंड के सिमडेगा जिले के बांसजोर मेें निलंबित ओपी प्रभारी सहित पुलिस के तीन जवानों को चोरी के जेवरात में से कुछ हिस्सा गायब करने के आरोप में जेल भेज दिया गया।
बासंजोर क्षेत्र में छह अक्तूबर को चोरी के जेवरात समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में चोरी के जेवरात में से कुछ जेवरात को गायब करने के आरोप में बासंजोर के पूर्व निलंबित ओपी प्रभारी सहित तीन पुलिसकर्मियों को जेल भेज दिया गया। छह अक्तूबर को बांसजोर ओपी अंतर्गत वाहन जांच अभियान चलाया गया था। जांच अभियान के क्रम में एक स्कॉर्पियो को रोका गया था। स्कॉर्पियो रुकने के साथ ही कुछ लोग भागने लगे लेकिन निवर्तमान ओपी प्रभारी आशीष कुमार और उनके सशस्त्र बलों ने खदेड़कर चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था।
स्कॉर्पियो में तलाशी के दौरान लगभग 39 किलो चांदी के जेवरात बरामद किए गए थे, लेकिन इस मामले में छत्तीसगढ़ पुलिस ने और जेवरात होने की बात कहकर पुलिस पर जेवर चोरी के आरोप लगाए थे। इस आरोप के बाद झारखंड के डीआईजी पंकज कंपोज भी 10 अक्तूबर को बांसजोर ओपी प्रभारी आशीष कुमार सहित अन्य पुलिसकर्मियों से गहन पूछताछ की थी। सिमडेगा एसपी डॉ शम्स तबरेज ने छह पुलिसकर्मियों को निलंबित करते हुए जांच के लिए एसआईटी का गठन किया था। एसआईटी टीम में जिले के 11 वरीय पुलिस पदाधिकारियों को शामिल किया गया था। पुलिस पदाधिकारियों ने जांच करना शुरू किया था। इस दौरान एसआईटी की ओर से बांसजोर के लुड़गी नदी से चोरी के जेवरात में से गायब किए गए कुछ जेवरात को बरामद किया गया था। उसके बाद निलंबित पुलिस पदाधिकारियों पर और दबिश बढ़ गई।
इतना ही नहीं पुलिस की दबिश को देखते हुए बांसजोर के ओपी निलंबित ओपी प्रभारी आशीष कुमार ने आत्महत्या करने का भी प्रयास किया, किंतु उसे समय रहते पुलिस के जवानों ने बचा लिया। इधर एसपी डॉ शम्स तबरेज ने बताया कि चोरी के जेवरात को गायब करने के मामले में बांसजोर के निलंबित ओपी प्रभारी आशीष कुमार, एएसआई संदीप कुमार सहित चालक शाहिद रजा खान को जेल भेज दिया गया। एसपी ने बताया कि इस मामले में अभी भी जांच जारी है।
जानकारी के मुताबिक दो और तीन अक्तूबर की रात छत्तीसगढ़ के नवकार ज्वेलर्स में सेंधमारी कर 80 लाख रुपए के जेवर की चोरी की गई थी। बांसजोर में जब्त किए गए छत्तीसगढ़ से की गई चोरी के ही जेवर थे। किंतु छत्तीसगढ़ पुलिस ने बांसजोर पुलिस पर 55 लाख के चोरी के जेवर को गायब करने का आरोप लगाया था। उसके बाद मामले की जांच शुरू हुई। डीआईजी पंकज कंबोज ने 10 अक्तूबर को बांसजोर आकर ओपी प्रभारी से पूछताछ की थी और मामले की जांच भी की थी।
उसके बाद सिमडेगा एसपी ने बांसजोर में पदस्थापित पुलिस के छह जवानों को निलंबित किया था। इनमें ओपी प्रभारी आशीष कुमार, एएसआई योगेंद्र शर्मा, विजेंद्र कुमार, संदीप कुमार, मुंशी अरशद और चालक मो साजिद रजा खान के नाम शामिल हैं। इधर एसआईटी की जांच के बाद निलंबित आशीष कुमार, एएसआई संदीप कुमार तथा चालक मो साजिद खान को जेल भेज दिया गया।