श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है प्रसिद्ध सतबहिनी झरना

झारखंड धर्म/अध्यात्म
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विवेक चौबे

गढ़वा। हिन्दू धर्म में होली, दुर्गा पूजा, दशहरा, दीपावली सहित कई पर्व हैं। हालांकि छठ महापर्व है। इसकी महिमा अपरंपार है। छठ हिंदुओं की आस्था का पर्व है। इसमें व्रती सूर्य की उपासना किया करते हैं। उगते और डूबते सूर्य को अर्घ्‍य देते हैं।

जलाशय के समीप होता है यह पर्व

यह महापर्व किसी जलाशय जैसे, नदी, झरना, कुआं, तालाब आदि के समीप किया जाता है। जहां श्रद्धालुओं को स्नान करने व सूर्य को अर्घ्‍य देने में कोई परेशानी नहीं हो। इसके लिए कुछ लोग सुंदर स्थान भी अपनी इच्छा से नियुक्त करते हैं।

श्रद्धालुओं को रिझाता है यह झरना

झारखंड के गढ़वा जिले के कांडी प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत प्रसिद्ध सतबहिनी झरना और पर्यटन स्थल अति सुंदर एवं मनमोहक जगह है। एक बार जो पर्यटक यहां आता है, वह इसके सौंदर्य को कभी भूल नहीं सकता।

झरना के समीप विशाल छठ घाट

सतबहिनी झरना व पर्यटन स्थल में विशाल छठ घाट है, जहां लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है। वहीं दो और नए छठ घाट का भी निर्माण हुआ है। साउंड, डेकोरेशन, लाइटिंग, पानी सहित कई प्रकार की व्यवस्थाएं झारखंड राज्य हिन्दू धार्मिक न्यास बोर्ड के तहत उपलब्ध कराई जाती है।

कई राज्‍यों से यहां आते हैं श्रद्धालु

ऐसे तो प्रतिदिन सैकड़ों पर्यटकों का आना-जाना जारी ही रहता है। इसमें झारखंड के अलावा छत्तीसगढ़, गुजरात, बिहार, उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों के भी पर्यटक शामिल होते हैं। यह स्थल श्रद्धालुओं के आस्था का केंद्र तो है। यहां सालों भर झरना बहता रहता है। इस झरने की नीचे से होकर पंडी नदी भी बहती है।

यहां लोगों को मिलता है सुकून

सतबहिनी झरना और पर्यटन स्थल में आने पर लोगों को सुकून मिलता है। यहां श्रद्धालु और पर्यटक पहुंचकर बहुत खुश होते हैं। ऐसी मान्‍यता है कि सच्चे हृदय से मांगने पर श्रद्धालुओं की हर मन्‍नत अवश्य पूरी होती है।

इस तीर्थ स्थल का है बड़ा क्षेत्र

सतबहिनी झरना तीर्थ स्थल 24 एकड़ क्षेत्र में विद्यमान है। यहां कई मंदिर स्थित हैं। इसमें मां सतबहिनी, बजरंगबली, भगवान शिव, मां काली, मां लक्ष्मी सहित कई मंदिर शामिल हैं। लोग आनंद लेते हुए झरना में स्नान कर सभी मंदिरों में जाकर माथा टेक कर मन्‍नत मांगते है। पूजा-अर्चना करते हैं।