कानपुर। कानपुर में अजब ही मामला सामने आया है। आरटीओ के अफसर बुलेट वाहनों के साइलेंसर से निकलने वाली आवाज को पहचान नहीं पा रही है। जिस वजह से पिछले 24 दिनों में करीब 34 बुलेट के चालान काटे गए।
आरटीओ अफसर का कहना है कि इन बुलेट के साइलेंसर से निकलने वाली आवाज ध्वनि प्रदूषण की तरह मानकों से अधिक पाई गई है। हालांकि इस मामले में आरटीओ भी काफी असमंजस की स्थिति में है। उन्होंने 34 बुलेट मालिकों को नोटिस भी भेज दिया है ये बताने के लिए कि बुलेट में लगा साइलेंसर कंपनी का है या फिर बाहर से लगवाया गया है. सच्चाई जानने के बाद ही बुलेट मालिकों से जुर्माना वसूला जाएगा। अगर बुलेट में लगा साइलेंसर कंपनी का ही होगा तो कोई जुर्माना नहीं लगेगा क्योंकि बुलेट कंपनियां वाहनों में साइलेंसर ध्वनि प्रदूषण के तय मानकों के आधार पर ही लगाती है।
इस पर परिवहन अफसरों का कहना है कि अगर वाहन मालिक की ओर से भेजे गए नोटिस पर जवाब में यह बात साबित होगा कि कंपनी से लग कर आए साइलेंसर में भी कोई छेड़छाड़ नहीं हुई है। तो फिर बुलेट कंपनी को ध्वनि प्रदूषण के मानकों के उल्लंघन का नोटिस भेजा जाएगा। कानपुर नगर के एआरटीओ, प्रवर्तन सुनील दत्त ने कहा कि 34 बुलेट के चालान करने के बाद इनके मालिकों को नोटिस भेज दिया गया है।जवाब आने के बाद स्थिति साफ होगी।