रांची। पावर प्लांटों को कोयले की आपूर्ति बढ़ाए जाने से कारण झारखंड समेत पूरे देश में बिजली की स्थिति में सुधार दिखने लगा है। दो दिन पहले तक झारखंड में मांग की तुलना में 450 मेगावाट तक का अंतर रिकॉर्ड हो रहा था, जो मंगलवार को दिन के वक्त 200 पर सिमट गया।
झारखंड के पावर प्लांट्स में पर्याप्त मात्रा में कोयला मौजूद झारखंड के पावर प्लांट्स में पर्याप्त मात्रा में कोयला मौजूद सुबह से शाम के बीच मांग और आपूर्ति में दस फीसदी का ही अंतर रहा। दिन में शहरों में औसत 21 व ग्रामीण इलाकों में 16 से 17 घंटे आपूर्ति की जा सकी। राज्य में रात साढ़े आठ बजे से लोड शेडिंग बंद हो गई। इस दौरान बिजली की मांग 1444 मेगावाट रही और इंडियन एनर्जी एक्सचेंज से 142 मेगावाट बिजली मिलने से राज्य में कटौती की जरूरत नहीं पड़ी। राज्य सरकार ने जेबीवीएनएल को महंगी दर पर भी खरीदकर निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने का निर्देश मिलने के बाद एनर्जी एक्सचेंज से 15 से 20 रुपये की दर पर खरीदकर बिजली उपलब्ध कराई जा रही है।
राज्य में दिन के समय बिजली की मांग 1700 मेगावाट पहुंची, लेकिन आपूर्ति 1500 मेगावाट के आसपास हुई। इस दौरान 180 से 200 मेगावाट की लोड शेडिंग करनी पड़ी। देर शाम राज्य को मांग के बराबर बिजली उपलब्ध हो गई। इससे सूबे में लोड शेडिंग बंद हो गई।