रांची। मनोज कुमार ने सीएमपीडीआई के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक के रूप में 04 अक्टूबर को पदभार ग्रहण किया। इससे पूर्व वे सीएमपीडीआई में विभिन्न पदों पर अपनी सेवा दे चुके हैं। आज ही कोयला मंत्रालय और कोल इंडिया ने उनकी नियुक्ति संबंधी आदेश जारी किये थे।
कुमार ने 1986 में आईआईटी-(काशी हिन्दू विश्वविद्यालय), वाराणसी से खनन इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। उन्होंने वर्ष 1986 में ही कोयला उद्योग में अपनी सेवा की शुरुआत एसईसीएल के कोरबा एरिया से की। वर्ष 1990 में फर्स्ट क्लास माइनिंग सर्टिफिकेट हासिल किया। वर्ष 2019 में उन्हें कोल इंडिया स्तर पर ‘बेस्ट महाप्रबंधक’ का पुरस्कार मिला।
कुमार को कोल इंडिया की विभिन्न अनुषंगी कम्पनियों में बड़ी खुली खदान एवं भूमिगत खदान के प्रबंधन का गहरा अनुभव है। इन्होंने गेवरा, कुसमुण्डा और दीपिका जैसे देश की सबसे बड़ी खुली खदानों के प्लानिंग में प्रमुख भूमिका निभायी। खुली एवं भूमिगत खदानों में उनके वृहत अनुभव से न केवल सीएमपीडीआई बल्कि समूचे कोयला उद्योग लाभांवित होगा।
अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने पोलैंड, ऑस्ट्रेलिया और कजाखिस्तान देशों की यात्रा की।