
- कृषि निदेशक श्रीमती निशा उरांव सिंहमार ने योजनाओं का लिया फिडबैक
आनंद कुमार सोनी
लोहरदगा। झारखंड की कृषि निदेशक श्रीमती निशा उरांव सिंहमार का 26 अक्टूबर को लोहरदगा पहुंची। उन्होंने उद्यान विभाग के परिसर में नवनिर्मित पॉली हाउस (मृदा रहित खेती) का उद्घान किया। नगर भवन में आयोजित ग्राम सभा के सदस्यों, मुखिया, कृषक उत्पादक समूह, टाना भगत कृषक समूह एवं कृषि प्रसार कर्मियों के अन्मुखीकरण कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि रबी मौसम में 250 क्विंटल गेंहू, 115 क्विंटल मसूर, 266 क्विंटल चना एवं 22.5 क्विंटल सरसों बीज वितरण की योजना है। इस कार्यक्रम में कृषि निदेशक ने सरकार की योजनाओं के बारे में फीड बैक लिया।
केसीसी, कृषि ऋण माफी योजना, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के बारे में चर्चा की गई। साथ ही कुडू प्रक्षेत्र को ट्रेनिंग सेंटर के रूप में भविष्य में मॉडल बनाने की योजना के बारे में जानकारी दी गई। आसपास के गांवों को बिरसा ग्राम के रूप में विकसित करने एवं वहां योजनाओं को समेकित रूप से संचालित करने की चर्चा की गई। इसमें कृषि के साथ पशुपालन, मत्स्य पालन की भी योजनाओं को क्रियान्वित करने की योजना पर चर्चा की गई। कृषकों को मार्केटिंग लिंकेज की भी सुविधा उपलब्ध कराने एवं बिरसा ग्राम को मार्केट से लिंक कराने के प्रस्ताव पर भी चर्चा हुई। उद्यान विभाग का 25 दिन की माली प्रशिक्षण कार्यक्रम की जानकारी दी गई।
कृषि निदेशक ने प्रखंड अंतर्गत कार्यरत कर्मियों की समीक्षात्मक बैठक की। इसमें सभी प्रखंड के BTM/ATM, प्रखंड कृषि पदाधिकारी, जनसेवक, कृषक मित्र उपस्थित हुए। सभी जनसेवकों को कृषि से संबंधित कार्य विशेष रूचि लेते हुए करने का निर्देश दिया गया। कृषि निदेशक ने बताया कि फरवरी और मार्च में ऋण माफी पोर्टल कार्य नहीं कर रहे थे। फिर से पोर्टल एक्टीवेट हो गया है। अतः फिर से युद्ध स्तर पर ऋण माफी कार्यक्रम को शुरू करने का निर्देश दिया गया। इसके लिए सभी BTM / ATM, प्रखंड कृषि पदाधिकारी, जनसेवक, कृषक मित्र की जिम्मेवारी निर्धारित की गई। इसके साथ ही केसीसी पर ध्यान देकर कार्य करने का निर्देश दिया गया। केसीसी के लिए 31 मार्च की तिथि निर्धारित की गई है, इसे हर हालत में पूर्ण करने का आदेश दिय गया।
कार्यक्रम में उप निदेशक (योजना) संतोष कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी शिव कुमार राम, जिला उद्यान पदाधिकारी श्रीमती एमलेन पूर्ति, केवीके वैज्ञानिक हेमंत पांडे एवं राकेश रंजन, प्रखंड के मुखिया, कृषक उत्पादक समूह, सभी प्रखंडों के BTM / ATM, प्रखंड कृषि पदाधिकारी, जनसेवक एवं कृषक मित्र मौजूद थे।