पलामू। झारखंड के पलामू के कुख्यात अपराधी सरगना गौतम सिंह उर्फ डब्लू सिंह और उसके गिरोह पर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है।
ग्रामीण और शहर के सभी स्टैंड से रंगदारी वसूली के मामले में कार्रवाई करते हुए 23 लोगों पर मेदिनीनगर शहर थाना में नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी है। टीओपी वन के प्रभारी रेवाशंकर राणा ने एफआईआर दर्ज करायी है। टीओपी वन के प्रभारी ने कहा है कि मंगलवार को शहर के छहमुहान स्थित टेम्पो स्टैंड में डब्लू सिंह गिरोह के तीन बदमाश चालकों से रंगदारी वसूल रहे थे।
सूचना मिलने पर टाइगर मोबाइल जवानों के साथ छापेमारी की। पुलिस टीम ने मौके से एक आरोपी बरवाडीह के सरइडीह निवासी इसराफिल अंसारी को पकड़ा, जबकि सदर थाना क्षेत्र के बड़कागांव के मंटू तिवारी और पहाड़ी के बिट्टू उर्फ गोल्डन पुलिस टीम को देखकर मौके से फरार हो गये। इसराफिल ने पूछताछ के दौरान कई खुलासे किये और रंगदारी का पैसा कहां-कहां से लिया जाता है और किसके पास जमा होता है, उसकी जानकारी दी। इसराफिल ने बताया कि वाहनों से प्रति ट्रिप 40 रुपये डब्लू गैंग के लोग वसूलते हैं। पैसा देने से आनाकानी करने वाले को पीटा जाता है।
इसराफिल के बयान और छानबीन के बाद इस संबंध में 23 लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गयी है। इसराफिल ने बताया है कि शहर के स्टैंड में चालकों से शहर थाना क्षेत्र के राईन मुहल्ला के रहने वाले बिट्टू सिंह उर्फ गोल्डेन के पास जमा करता था। गोल्डेन इस पैसे को मंटू तिवारी को देता है। मंटू का काम रंगदारी के पैसे को डब्लू सिंह गिरोह के सदस्यों तक पहुंचाना है।
इसराफिल के बयान के अनुसार डब्लू सिंह गिरोह में स्टैंड से पैसा वसूली के बाद अमन सिंह, शक्ति सिंह, लव सिंह, छोटा डब्लू उर्फ अभिषेक सिंह, छोटू सिंह उर्फ गोविंद सिंह, राजू तिर्की, कुश सिंह, राकेश सिंह, चंचल मिश्रा, टूटू सिंह, विक्की तिवारी, राकेश सिन्हा, विक्की विनीत, रिकू मेहता, उपेंद्र सिंह, शाहिद, मोनू, मुकेश सिंह और दया सिंह तक पैसा पहुंचा दिया जाता है।