रांची। बड़ी खबर यह है कि माओवादियों की ओर से आहूत झारखंड बंद का असर राजधानी रांची सहित कई जिलों में देखने को मिला। बंदी को लेकर राज्य से अधिकांश बसों का परिचालन रविवार को नहीं हुआ।
सुबह में खुलने वाली अधिकांश बसें स्टैंड पर ही खड़ी रहीं। विशेषकर नक्सल प्रभावित जिलों की ओर बसों का परिचालन नहीं हो सका। आइटीआई, कांटाटोली बस स्टैंड में सन्नाटा पसरा रहा। यात्री परेशान रहे। कई यात्री टेंपों और अन्य सवारी से बस स्टैंड पहुंचे भी, पर उन्हें निराशा हाथ लगी। नेशनल हाइवे पर वाहनों का आवागमन काफी कम रहा।
रांची बस ऑनर एसोसिएशन के अध्यक्ष कृष्णमोहन सिंह ने बताया कि माओवादियों के बिहार, झारखंड, उत्तरी छत्तीसगढ़ आदि राज्यों में बंदी की वजह से एसोसिएशन ने बस परिचालन नहीं करने का निर्णय लिया है। इस वजह से नक्सल प्रभावित क्षेत्रों लोहरदगा, लातेहार, डालटनगंज, चतरा, गुमला, सिमडेगा इत्यादि बसों का परिचालन न के बराबर हुआ है।
कुछ स्थानों पर छिटपूट बसें चली हैं, लेकिन अधिकांश स्थानों से बसों का परिचालन नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि आगजनी की घटना होने के भय से यात्री बसों को नहीं चलाया गया है। हालांकि, नाइट शिफ्ट की बसें सभी स्थानों से चलेंगी। दिन में बसों के परिचालन नहीं होने से बस संचालकों को काफी नुकसान भी सहना पड़ा। आइटीआई बस स्टैंड में ही पांच सौ से अधिक बसें खड़ी रहीं।