मुंबई। टाटा स्ट्रक्च्यूरा द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय डिजाइन प्रतियोगिता ‘नोशन्स ऑफ इंडिया’ के दूसरे संस्करण के विजेताओं की घोषणा कर दी गई है। एआर नामदेव तल्लुरु और एआर जेके जयकांत के ‘बिलियन इम्प्रेशन्स’ को विजेता डिजाइन घोषित किया गया। मिडोरी आर्किटेक्ट्स के ‘द नॉट’ और कोलाबोरेटिव आर्किटेक्ट्स के ‘नेशनल यूनिटी पैवेलियन’ को क्रमशः दूसरा और तीसरा स्थान प्राप्त हुआ। साथ ही, टाटा स्टील ने घोषणा की कि विजेता डिजाइन को रांची शहर में स्थापित किया जाएगा। विद्यार्थी वर्ग में स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर के सुमित कुमार शर्मा के डिजाइन ‘द स्पिरिट’ को विजेता घोषित किया गया।
इस अवसर पर टाटा स्टील के सीईओ एवं एमडी टीवी नरेंद्रन ने कहा, ‘स्टील भविष्य के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण सामग्री है। डिजाइनर सुंदरता की परिकल्पना करते हैं और एक स्टील निर्माता के रूप में टाटा स्टील उस सुंदरता को साकार करने के लिए कार्यक्षमता प्रदान करता है। टाटा स्ट्रक्च्यूरा एक ऐसी महत्वपूर्ण पेशकश है, जो स्टील की खूबसूरती दिखाने में मदद करती है। ‘नोशन्स ऑफ इंडिया’ स्टील द्वारा सक्षम नवीनतम डिजाइनों को जीवंत करने के लिए सबसे रचनात्मक व प्रतिभाशाली इंजीनियरों और वास्तुकारों को प्रोत्साहित करने का हमारा एक प्रयास है।‘
आयोजन के मुख्य वक्ता के रूप में द एशियन हेरिटेज फाउंडेशन के चेयरमैन व फाउंडर ट्रस्टी तथा ‘नोशन्स ऑफ इंडिया’ जूरी के चेयरपर्सन ने कहा, ‘प्रतियोगिता में संदर्भ-समृद्ध विचारों के सैकड़ों नमूने प्रस्तुत किए गए थे, लेकिन जूरी पैनल द्वारा कठोर परीक्षा के बाद इनमें से कुछ का ही चयन हुआ। मैं उन सभी विजेताओं और प्रतिभागियों को बधाई देना चाहता हूं, जिन्होंने ‘नोशन्स ऑफ इंडिया’ के इस नवीन प्रयास में हिस्सा लिया। आगे का रास्ता हमेशा संभावनाओं से भरा रहता है। क्षमता से भरपूर, कॉरपोरेट इंडिया और क्रिएटिव इंडिया के बीच सहयोग का रोमांच बहुत शानदार और व्यापक है।‘
वर्चुअल प्लेटफॉर्म पर आयोजित और 400 से अधिक टेक्नोक्रेट्स की सहभागिता के साथ फिनाले में दुनिया भर के कुछ प्रतिभाशाली आर्किटेक्ट्स और इंजीनियरों ने अपनी कल्पना का प्रदर्शन किया, जो आज और कल के भारत का प्रतिनिधित्व करता है। समापन कार्यक्रम में टाटा स्टील की वरीय लीडरशिप टीम समेत चाणक्य चौधरी (वाइस प्रेसिडेंट, कॉर्पोरेट सर्विसेज) और राजीव सिंघल (वाइस प्रेसिडेंट, एमएंडएस, फ्लैट प्रोडक्ट्स) ने हिस्सा लिया।
इस साल की शुरुआत में टाटा ट्रस्ट के चेयरमैन और टाटा संस के एमेरिट्स चेयरमैन रतन टाटा और टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने इस प्रतियोगिता का शुभारंभ किया था। पांच महीने तक चली इस प्रतियोगिता में 13 देशों के प्रतिभागियों के साथ 5,200 से अधिक पंजीकरण हुए। 575 से अधिक प्रविष्टियां प्राप्त हुई, जिसके बाद जूरी के पांच स्तर पर चयन प्रक्रिया चली। जूरी में राजीव सेठी, नील लीच, गेरी जूडाह, रतन बॉटलीबोई, सुदर्शन शेट्टी, संजीव कुमार लोहिया, प्रो के जैसिम, हरिओम गेरा, पी सूर्य प्रकाश, शीला श्री प्रकाश, इंजीनियर धनंजय दाके और अनुराग सिन्हा आदि शामिल थे।
प्रतियोगिता की मूल्यांकन प्रक्रिया के तहत भारत के 75वें स्वतंत्रता दिवस पर 15 अगस्त, 2021 को 12 प्रमुख डिजाइन शॉर्टलिस्ट कर फाइनलिस्ट के रूप में घोषित किए गए थे।
पेशेवर समुदाय की समग्र भागीदारी को सारांशित करते हुए सरिता विजयन, क्यूरेटर, ‘नोशन्स ऑफ इंडिया’ ने कहा, ‘न केवल भारतीय डिजाइनर, बल्कि अंतरराष्ट्रीय डिज़ाइन प्रोफेशनल भी हमारे इस आह्वान पर पहुंचे हैं। यह इस बात का प्रमाण है कि ‘नोशन्स ऑफ इंडिया’ प्रतियोगिता को डिजाइन कम्युनिटी द्वारा बहुत सराहना मिली है।‘