रांची। झारखंड की राजधानी रांची के कांके के सुकूरहुटू रिंग रोड के समीप विभिन्न सरना समितियों की बैठक शनिवार को हुई। इसमें आदिवासी समाज में हो रहे अत्याचार, शोषण, अंधविश्वास, जमीन की लूटखसोट एवं धर्मांतरण पर रोकथाम के लिए नई कमेटी बनाने को लेकर विशेष चर्चा की गई।
नामकोम सरना समिति के सचिव अरूण पहान ने कहा कि आज आदिवासियों की जमीन को दलालों एवं गैरआदिवासी सीओ, कर्मचारी की मिलीभगत से लूट रहे हैं। इसे बचाना मुख्य उद्देश्य रहेगा। कांके रोड सरना समिति के संयोजक डब्ल्यू मुंडा ने कहा कि आदिवासी समाज में व्याप्त अंधविश्वास और धर्मांतरण पर रोक लगाने का कार्य किया जाएगा।
बनहारा सरना समिति कांके के कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण कच्छप ने कहा कि झारखंड में लगातार गिरती कानून व्यवस्था से जिला प्रशासन को अवगत कराना पहला दायित्व होगा।
गागी सरना समिति कांके के संरक्षक विजय मुंडा ने कहा कि गांवों में सरना आदिवासियों की रूढ़िवादी परंम्परा, अपनी धर्म संस्कृति, रीति रिवाज के प्रति लोगों को जागरूक करना ही प्रथम कर्तव्य होगा।
इस बैठक में नामकोम सरना समिति के कोषाध्यक्ष अनिल मुंडा, टिकली टोला कांके रोड सरना समिति के कार्यकारी अध्यक्ष मुकेश पहान, सचिव विजय मुंडा, बनहारा सरना समिति कांके के सचिव प्रदीप लकड़ा, गागी सरना सरना समिति कांके के अजय मुंडा, सिरांगो सरना समिति के अध्यक्ष लखन उरांव, कोंगे सरना समिति के अध्यक्ष नरेश पहान आदि मौजूद थे।