प्रशांत अंबष्ठ
गोमिया (बोकारो)। झारखंड पुलिस ने बेटी दिवस के अवसर पर मिसाल कायम की। एक लाचार बेटी का सहारा बनीं। उसे आगे बढ़ने का मार्ग प्रशस्त किया। आने वाले दिनों में हर तरह से सहयोग करने का भरोसा दिलाया।
झारखंड पुलिस की पेटवार थाना प्रभारी पूनम कुजूर ने पहल कर यह मिसाल कायम की है। बता दें कि बोकारो जिला अंतर्गत पेंक नारायणपुर के डेगागढ़ा निवासी सोमर मांझी की बेटी चिंता कुमारी आगे पढ़ना चाहती है। उसके घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। परिजन उसकी शादी करना चाहते हैं। उसकी इच्छा को देखते हुए थाना प्रभारी ने अपने स्तर से सामाजिक एवं प्रशासनिक सहयोग दिया। चिंता की आगे की पढ़ाई के लिए हर तरह से सहयोग देने की बात कही।
चिंता ने बताया कि वह दसवीं की परीक्षा पास कर चुकी है। आगे पढ़ना चाहती है। हालांकि घर की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण वह चाहकर भी आगे नहीं पढ़ पा रही थी। कोई रास्ता नहीं सुझा तो दो दिन पहले अपने मामा के घर पेटरवार के चडगी से पेटरवार थाना प्रभारी पूनम कुजूर के पास पहुंची। थाना प्रभारी से फरियाद की। कहा कि मैं आगे पढ़ना चाहती हूं।
बच्ची की बातें सुनकर थाना प्रभारी ने उसका हौसला बढ़ाया। उन्होंने कहा कि यह बच्ची मेरे पास आई। कहा कि मेरे परिजन मेरी शादी कराना चाहते हैं, लेकिन मैं आगे पढ़ना चाहती हूं। कुछ बनना चाहती हूं। फिर थाना प्रभारी ने पेटरवार के सांसद प्रतिनिधि संजय गुप्ता, समाजसेवी मनोज जैन और कॉलेज के प्रिंसिपल के सहयोग से चिंता कुमारी का नामांकन कराया। सभी ने उसे पढ़ने के लिए कॉपी, पेन एवं मोबाइल मुहैया कराया।
थाना प्रभारी ने कहा कि जब तक मैं इस थाने में हूं, तब तक इस बच्ची की हर संभव मदद करूंगी। वही, पेटरवार थाना के अवर निरीक्षक चंदन भारती ने कहा कि हम चिंता को बेटी मान लिये है। जब तक वह इस थाने में रहेंगे, तब तक हर संभव उसकी मदद करेंगे। बच्ची की मदद के लिए पेटरवार के समाजसेवी भी आगे आए हैं।