नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) कोरोना के कारण अपने अभिभावकों को खोने वाले छात्रों से अगले साल 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में बैठने के लिए कोई पंजीकरण या परीक्षा फीस नहीं लेगा।
सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने बताया कि महामारी ने देश पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है और छात्रों पर इसके प्रभाव को ध्यान में रखते हुए बोर्ड ने शैक्षणिक सत्र 2021-22 के लिए राहत देने का फैसला किया है। सीबीएसई उन छात्रों से न तो परीक्षा शुल्क और न ही पंजीकरण शुल्क लेगा जिन्होंने माता-पिता दोनों या परिवार की देखभाल करने वाले अभिभावक अथवा कानूनी अभिभावक या दत्तक माता-पिता को कोविड-19 के कारण खो दिया है।
परीक्षा नियंत्रक के मुताबिक, स्कूल कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षा के लिए उम्मीदवारों की सूची बनाते समय इन छात्रों के बारे में सत्यापन करने के बाद ब्योरा जमा करेंगे।