रांची। क्या कभी ऐसा सुना है कि कोई शख्स अपने लिए सीधे राष्ट्रपति से भारत रत्न की मांग कर दे? रांची का एक व्यक्ति अपने लिए भारत रत्न की मांग कर रहा है। अपने दावे के समर्थन में इस आदमी ने रांची के उपायुक्त को बकायदा पत्र सौंपा है।
सौंपे गए पत्र में लिखा गया है कि अपनी मांग के संबंध में फरवरी 2018 में दावेदारी की थी। इस संबंध में भारत के राष्ट्रपति को अपनी अनुशंसा पत्र के जरिए भेजें। इसके बाद उपायुक्त ने कहा कि भारत रत्न के लिए अनुशंसा भेजने हेतु यह जरूरी है कि आप अपनी उपलब्धियों का ब्यौरा कार्यालय में जमा कराएं। अप्रैल 2018 में संबंधित ब्यौरा भी इस व्यक्ति ने उपायुक्त कार्यालय में जमा करा दिया। दावा यह है कि आवेदन देने के तीन साल गुजर जाने के बावजूद अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। दावेदार बेसब्री से भारत रत्न के लिए अपना नाम घोषित होने का इंतजार कर रहा है। दावेदारी करने वाले इस शख्स का नाम भीष्म देव महतो है। यह रांची के सोनाहातू थाना अंतर्गत बारूहातू गांव के रहने वाले हैं। अपने परिचय में खुद को भारत निर्माण सेवक बताते हैं।
भीष्म देव महतो का कहना है कि विभिन्न जागरुकता कार्यक्रम के तहत उन्होंने आदिवासी समाज के उत्थान के लिए बड़े स्तर पर काम किया है। इसके एवज में वे भारत रत्न के दावेदार हैं। इसके लिए उन्होंने उपायुक्त को पत्र के साथ अपने द्वारा किए उत्थान कार्य और सेवा की सूची, शिक्षा आदि लिखकर दिया है।