पुणे। दुर्लभ आनुवंशिक बीमारी से जूझते हुए एक साल की बच्ची की पुणे के एक अस्पताल में मौत हो गयी। उसे 16 करोड़ रुपये का इंजेक्शन भी लगाया गया था।
बच्ची की स्थिति के बारे में जानकर कई लोगों द्वारा दी गयी 14 करोड़ की वित्तीय मदद के बाद 16 करोड़ का ज़ोलगेन्स्मा इंजेक्शन जून में लगा था। बच्ची वेदिका शिंदे की मौत से कुछ घंटे पहले ही उसके परिवारवालों ने सोशल मीडिया पर स्वास्थ्य में सुधार के बारे में बताया था। वेदिका Spinal Muscular Atrophy नाम के एक आनुवांशिक बीमारी से ग्रसित थी। ‘SMA टाइप-1’ से पीड़ित वेदिका की पिंपरी चिंचवाड़ इलाके के भोसरी में एक निजी अस्पताल में रविवार को शाम में छह बजे मौत हो गयी। घर पर सांस लेने में दिक्कतों के बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
ये बीमारी में शरीर में SMA-1 जीन की कमी से होती है। इससे बच्चे की मांसपेशियां कमजोर होती हैं। शरीर में पानी की कमी होने लगती है। स्तनपान करने में और सांस लेने में दिक्कत होती है। इस बीमारी में बच्चा धीरे-धीरे पूरी तरह निष्क्रिय हो जाता है।