उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश की पुलिस के लिए चुनौती बना 50 हजार का इनामी बदमाश मुकेश ठाकुर को पुलिस मुठभेड़ में ढेर कर दिया। वह धौलपुर के जारगा गांव का रहने वाला था।
पुलिस का दावा है कि वह रविवार रात को साथी जितेंद्र के साथ पकड़ा गया था। पूछताछ के बाद उसे पुलिस पूर्व में लूटी गई रायफल बरामदगी के लिए ले जा रही थी। तभी उसने दो सिपाहियों को घायल कर और पिस्टल लूटकर भागने लगा। पुलिस के घेरने पर फायरिंग की। पुलिस ने भी जवाब में फायरिंग की। मुठभेड़ में बदमाश को गोली लग गईं। अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई। मुकेश ठाकुर ने वर्ष 2004 में गांव के ही एक युवक की हत्या कर दी थी। इसके बाद वह बदमाश बन गया। उस पर कुल 41 मुकदमे दर्ज हैं। वह 17 वर्षों तक पुलिस से आंख मिचौली खेलता रहा। सोमवार को उसका खेल खत्म हो गया। आईजी नवीन अरोरा ने बताया कि मुकेश ठाकुर ने वर्ष 2004 में गांव के ही रामचरन की हत्या रंजिश में की थी। इसके बाद वह बदमाश बन गया।
उस पर आगरा के थाना इरादतनगर में दो, छत्ता में एक, जगनेर में छह, बसई जगनेर में तीन, सैंया में एक, धौलपुर के बसेड़ी में 22, सैपऊ, सरमथुरा, मनिया, भरतपुर के बयाना, सेवर, मध्य प्रदेश के भिंड के गोरमी में एक-एक मुकदमा दर्ज है। वह आगरा के छह मुकदमों में वांछित था। उस पर जयपुर से भी 25 हजार रुपये का इनाम है।