नई दिल्ली। चीन से चल रहे तनाव के बाद केंद्र सरकार की लेह-लद्दाख बार्डर तक तेजी से रेल और रोड कनेक्टिविटी बनाना प्राथमिकका बनी हुई है। इसके मद्देनजर एशिया की सबसे लंबी और ऊंचाई पर स्थिति जोजिला टनल के सामानांतर नई रेल और रोड टनल (जोजिला फेस-2) बनाने का प्रस्ताव है।
जोजिला टनल फेस-2 को बनाने का मकसद आपातकाल स्थिति में सड़क यातायात बंद कर सिर्फ सेना के लिए ट्रेन चलाई जाएंगी। जिससे बार्डर पर सैन्य वाहन, रसद, टैंक आदि त्वरित गति से पहुंचाए जा सके। यह संभवत: देश की पहली टनल होगी जिसमें रेलवे ट्रैक पर ट्रेन और सड़क पर वाहन चलेंगे। बतातें हैं कि प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने लेह-लद्दाख बार्डर कनेक्टिविटी के लिए टनल में ही रोड़ के साथ रेलवे ट्रैक बनाने के विकल्प पर काम करने का सुझाव दिया था। इसके पश्चात सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय के सचिव गिरधर अरमाने के समक्ष राष्ट्रीय राजमार्ग अवसंरचना एवं विकास निगम लिमिटेड (एनएचएआईडीसीएल) की ओर से जोजिला टनल फेज-2 को लेकर प्रस्तुतिकरण पेश किया जा चुका है।