योगेश कुमार पांडेय
गिरिडीह। उप समाहर्ता विल्सन हेंगरा ने जिले के जमुआ अंचल कार्यलय का 8 जुलाई को औचक निरीक्षण किया। सभी तरह के दस्तावेज एवं पंजियों को देखा। इस दौरान कैश बुक और कई अन्य पंजी आधा अधूरा मिला। इसके बाद उन्होंने प्रधान सहायक सुशील हांसदा को कड़ी फटकार लगाई। चार दिनों के अंदर सभी तरह के दस्तेवाज एवं पंजियों का संधारण कर रिपोर्ट करने की बात कही। समय अवधि में पंजियों का संधारण नहीं होने पर कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी।
मौके पर अंचलाधिकारी द्वारिका बैठा एवं अंचल निरीक्षक लोकेश सिंह को भी निर्देश देते हुए कहा कि अंचल से संबंधित सभी तरह की पंजी को हमेशा अपडेट रखें। उन्होंने अंचल कर्मियों को बैठाकर पंजी का संधारण करने के गुर सिखाए। सीओ एवं सीआई से कहा कि जनता के कार्यों के प्रति हमेशा मुस्तैद रहें। जनता को बेवजह कार्यालय नहीं दौड़ाए। हेंगरा ने पाया कि इस वित्तीय वर्ष में जमुआ में दाखिल खारिज के 266 आवेदन आये। इसमें अब तक 257 दाखिल खारिज हो चुके हैं। इसी तरह अब तक 61 ऑनलाइन शिकायत दर्ज किए थे, जिसमें 43 का निष्पादन ससमय कर दिया गया।
उप समाहर्ता ने सीओ से कहा कि जमुआ जिले का बड़ा प्रखंड है। यहां हमेशा विभिन्न तरह की चुनौतियों आती रहेगी। इसे नजरअंदाज करते हुए जनता के कार्यों को ससमय करें। खासकर वृद्ध महिला एवं छात्र-छात्राओं का काम समय सीमा के अंदर करें, ताकि उनलोगों को कोई परेशानी नहीं हो। समय निकाल कर सुदूरवर्ती इलाकों में कैंप लगाकर जनता की समस्याओं को सुनें और मौके पर उसका निदान करें। उन्होंने जमुआ पचम्बा मुख्य मार्ग पर रैयतों की समस्या को सुनकर शीघ्र निदान करने, जाति, आय, आवसीय, दाखिल खारिज आदि कार्यो में गति लाने की बात कही।
मौके पर अंचलाधिकारी द्वारिका बैठा, अंचल निरीक्षक लोकेश सिंह, राजस्व कर्मचारी अमरजीत कुमार साहू, प्रधान सहायक सुशील हांसदा सहित कई अन्य कर्मी उपस्थित थे।