सकारात्मक पहल : स्मार्ट क्लास के जरिए बच्चों की शुरू हुई पढ़ाई

झारखंड शिक्षा
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पलामू। कोरोना की वजह से देश, राज्य और जिले में सबसे ज्‍यादा शिक्षा का क्षेत्र प्रभावित हुआ है। इसके कारण निजी, सरकारी स्कूल, कॉलेज सहित अन्य शिक्षण संस्थान लंबे समय से बंद हैं। निजी विद्यालय अपने स्तर से बच्चों को ऑनलाइन क्लासेज की सुविधा उपलब्ध करा रहे हैं, लेकिन सरकारी विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों की पढ़ाई पूरी तरह बाधित हुई है। ऐसे हालात में बच्चों की पढ़ाई का एकमात्र जरिया ऑनलाइन क्लास ही है। इसके मद्देनजर उपायुक्त शशि रंजन ने अनोखी पहल की है। जिले के सरकारी स्कूलों में पढ़ाई कर रहे बच्चों के लिए ऑनलाइन स्मार्ट क्लास की सुविधा प्रारंभ की है।

बंद पड़े बच्चों की पढ़ाई दोबारा शुरू

कोरोना के दौरान सरकारी विद्यालय में पढ़ रहे हैं। बच्चों की पढ़ाई लंबे समय से बंद पड़ी थी। उपायुक्त की पहल पर दोबारा शुरू कर दी गयी है। उपायुक्त ने बताया कि प्रथम चरण में वर्ग 9 से 12 के बच्चों के लिए स्मार्ट क्लासेज की व्यवस्था की गयी है। सोमवार से शनिवार तक प्रत्येक दिन अलग-अलग विषय के शिक्षकों द्वारा 4 क्लास लिया जायेगा। क्लासेज सुचारू रूप से चले इसके लिए रोस्टरवार शिक्षकों की नियुक्ति भी कर दी गयी है। उन्होंने बच्चों और अभिभावकों से इस स्मार्ट क्लास से जुड़कर लाभ लेने की अपील की।

पहुंचाया जा रहा है स्टडी मटेरियल

स्मार्ट क्लास के लिए समाहरणालय के ब्लॉक सी में एक हाइटेक स्टू‍डियो बनाया गया है। स्मार्ट क्लास लेने के लिए स्टूडियो को बेहतर तकनीकी उपकरणों से लैस किया गया है। इस स्टूडियो में रोस्टरवार शिक्षक अपना क्लास रिकॉर्ड करते हैं। इसके बाद संबंधित वीडियो रिकॉर्डिंग को विभिन्न स्तरों पर बने व्हाट्सएप ग्रुप में शेयर कर दिया जाता है। यहां बताना आवश्यक होगा कि प्रत्येक स्कूलों द्वारा 9 से 12 वर्ग के बच्चों का अलग-अलग व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया है। इसके अलावे जूम के माध्यम से जुड़कर बच्चों के साथ इंटरएक्टिव क्लास लेने की भी व्यवस्था की गयी है। क्लास में ज्यादा से ज्यादा बच्चे जुड़ सकें, इसके लिए जूम के लिंक को एक दिन पहले ही विभिन्न व्हाट्सएप ग्रुप में प्रसारित कर दिया जाता है। इसके अलावे क्लासेज की रिकॉर्डिंग को DC Palamu के यूट्यूब चैनल पर भी प्रसारण किया जाता है।

वरदान साबित होगा यह स्मार्ट क्लास

उपायुक्त शशि रंजन ने कहा कि कोरोना काल में बच्चों के लिए यह स्मार्ट क्लास वरदान साबित होगा। इसके माध्यम से बच्चों से शिक्षकों का जुड़ाव बना रहेगा। स्मार्ट क्लासरूम का यह भी फायदा है कि यदि किसी विद्यार्थी का क्लास किसी वजह से छूट जाता है तो वह क्लास का रिकॉर्डिंग बाद में भी देख सकते है। उन्होंने कहा कि घर बैठे छात्र अपना क्लास अटेंड कर सकेंगे। छात्र-छात्राओं से स्मार्ट क्लास से जुड़कर अपने पढ़ाई पर फोकस रहने की अपील की।