रांची। झारखंड में हेमंत सरकार को गिराने की साजिश की जांच कर रही रांची पुलिस को एक बड़ी लीड मिल गयी है। बता दें कि इस मामले का वो सच पुलिस के हाथ लग गया है, जो दिल्ली के हॉटेल्स के सीसीटीवी ने रिकॉर्ड कर लिया था।
मामले की जांच के लिए दिल्ली गयी पुलिस टीम ने वह सीसीटीवी फुटेज हासिल कर ली है, जिसमें झारखंड के तीन विधायकों उमाशंकर अकेला, इरफान अंसारी और अमित यादव की महाराष्ट्र के उन तीन लोगों के साथ मीटिंग के साक्ष्य हैं, जिनके नाम झारखंड में हेमंत सरकार को गिराने की साजिश रचनेवाले सबसे अहम किरदारों के रूप में लिए जा रहे हैं। रांची पुलिस द्वारा तीन दिन पहले गिरफ्तार किये गये झारखंड निवासी तीन आरोपी भी सीसीटीवी फुटेज में नजर आ रहे हैं। यहां बता दें कि रांची पुलिस ने जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया था, उन्होंने अपने बयान में झारखंड के तीन विधायकों की मुलाकात बीते 15 जुलाई को दिल्ली के द्वारका स्थित होटल विवांता में महाराष्ट्र के चंद्रशेखर राव बावनकुले, चरण सिंह और जयकुमार बेलखेड़े के साथ होने की बात बतायी थी। इस बयान की जांच के लिए रांची पुलिस ने डीएसपी अनिमेष नैथानी के नेतृत्व में एक टीम दिल्ली भेजी थी। पुलिस ने होटल विवांता और होटल हैरियर से सीसीटीवी फुटेज हासिल की है।
खबर है कि इन फुटेज से इस बात का सच सामने आ गया है कि बरही के कांग्रेस विधायक उमाशंकर यादव अकेला, जामताड़ा के कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी और बरकट्ठा के निर्दलीय विधायक अमित यादव की मीटिंग महाराष्ट्र के नेताओं और पावर लायजनर्स के साथ हुई थी। पुलिस को जो फुटेज मिला है, उसके अनुसार इन सभी की मीटिंग लगभग 15 मिनट चली थी। इसके अलावा इन सभी के होटल से बाहर आने और दो एसयूवी में सवार होने के फुटेज भी मिले हैं। बता दें कि 22 जुलाई को रांची पुलिस ने एक होटल से तीन लोगों निवारण महतो, अभिषेक दुबे और अमित सिंह को झारखंड में हेमंत सरकार गिराने की साजिश के तहत डील में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया था। इनमें से एक अभिषेक दुबे ने पुलिस को दिये कबूलनामे में झारखंड के तीन विधायकों की बैठक महाऱाष्ट्र के नेताओं और सत्ता पलट का प्लॉट तैयार करनेवाले लायजनर्स के साथ होने की बात पुलिस को बतायी थी।
उसने बताया था कि डील में विधायकों को बतौर एडवांस एक-एक करोड़ देने की बात हुई थी, लेकिन यह रकम नहीं मिलने पर तीनों विधायक दिल्ली से नाराज होकर लौट आये थे। इसके बाद महाराष्ट्र के जयकुमार बेलखेड़े व अन्य लोग रांची आकर डील करने की कोशिश में जुटे थे।