रांची। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के रांची राज्य कार्यालय सभागार में 9 जुलाई को फादर स्टेन स्वामी को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। अखिल भारतीय किसान सभा सचिव महेंद्र पाठक, जिला सचिव अजय कुमार सिंह, राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश यादव, समाजिक संगठन की अलोका कुजूर, मासस नेता सुशांतो मुखर्जी, एआईएसएफ के प्रदेश अध्यक्ष मेहुल मृगेंद्र सहित अन्यर ने श्रद्धांजलि अर्पित की। सभा की अध्यक्षता अजय कुमार सिंह एवं संचालन अलोका कुजूर ने किया।
किसान सभा के महासचिव महेंद्र पाठक ने कहा कि फादर स्टेन स्वामी को साजिश के तहत केंद्र सरकार ने झारखंड की जल, जंगल, जमीन को लूटने के लिए जेल भेजा। 84 वर्षीय वयोवृद्ध फादर स्टेन स्वामी ना तो चल सकते थे और ना बोल सकते थे। इसके बाद भी उनपर मुंबई की सभा में भड़काऊ भाषण देने का आरोप लगाया गया। ऐसी परिस्थिति में देश के सामाजिक और राजनीतिक सगंठन एवं दबे कुचले शोषित पीड़ित की आवाज उठाने वालों में गुस्सा है। फादर स्टेन स्वामी की आवाज दबने नहीं दी जाएगी। पूरे राज्य में केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के विरोध में आंदोलन तेज किया जाएगा।
समाजिक संगठन की नेत्री अलोका कुजूर ने विषय प्रवेश के दौरान फादर स्वामी की जीवनी पर प्रकाश डाला। मासस नेता सुशांत मुखर्जी ने कहा कि फादर स्टेन स्वामी को शहीद का दर्जा मिलना चाहिए। वे जल, जंगल, जमीन के आंदोलन को तेज करने, उनका हक अधिकार वापस लाने के लिए लगातार लड़ते रहे। देश के बड़े-बड़े उद्योगपति और पूंजीपतियों की नजर झारखंड की जल, जंगल, जमीन पर लगी है। इसे किसी भी परिस्थिति में कामयाब नहीं होने दिया जाएगा।
राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश यादव ने कहा कि देश और राज्य में भारतीय जनता पार्टी उद्योगपतियों के पक्ष में किसानों की जमीन हड़पने के लिए कई हथकंडे को अपनाई।, लेकिन कामयाब नहीं हुई। झारखंड की जनता ने रघुवर सरकार को गद्दी से उठाकर फेंक दिया। जिला सचिव अजय कुमार सिंह ने कहा कि वक्त की मांग है कि सभी राजनीतिक एवं सामाजिक संगठन एक मंच पर आकर आवाज को जन-जन तक पहुंचाएं। भारतीय जनता पार्टी के असली चरित्र को बेनकाब करें।
महिला नेत्री फरजाना फारुकी ने कहा कि जल, जंगल, जमीन की आवाज दब गयी। कार्यक्रम में मेहुल मृगेंद्र, बाटुल, मनोज ठाकुर, राजेश कुमार सहित कई लोग मौजूद थे।