चाचा पशुपति पारस को मोदी कैबिनेट में शामिल करने से नाराज चिराग पासवान ने दाखिल की याचिका

बिहार
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पटना। बिहार में राजनीति उठा पटक जारी है। लोजपा नेता पशुपति पारस का केंद्र में मंत्री बनना चिराग पासवान को नागवार गुजरा है और चिराग ने इस बात पर आपत्ति जता दी है।

चिराग पासवान ने ट्वीट कर कहा कि पार्टी विरोधी और शीर्ष नेतृत्व को धोखा देने के कारण लोक जनशक्ति पार्टी से पशुपति कुमार पारस जी को पहले ही पार्टी से निष्काषित किया जा चुका है और अब उन्हें केंद्रीय मंत्री मंडल में शामिल करने पर पार्टी कड़ा ऐतराज दर्ज कराती है। उन्होंने आगे लिखा कि प्रधानमंत्री जी के इस अधिकार का पूर्ण सम्मान है कि वे अपनी टीम में किसे शामिल करते हैं और किसे नहीं।

लेकिन जहां तक एलजेपी का सवाल है, श्री पारस जी हमारे दल के सदस्य नहीं हैं। पार्टी को तोड़ने जैसे कार्यों को देखते हुए उन्हें मंत्री, उनके गुट से बनाया जाये, तो एलजेपी का कोई लेना देना नहीं है। चिराग ने ट्वीट कर ये भी लिखा कि लोकसभा अध्यक्ष द्वारा पार्टी से निकाले गये सांसदों में से पशुपति पारस को नेता सदन मानने के बाद लोक जनशक्ति पार्टी ने माननीय लोकसभा अध्यक्ष के समक्ष उनके फैसले पर पुनः विचार याचिका दी थी, जो अभी भी विचाराधीन है।

एक और ट्वीट में चिराग पासवान लिखते हैं कि लोक जनशक्ति पार्टी ने आज माननीय लोकसभा अध्यक्ष के प्रारंभिक फैसले, जिसमें पार्टी से निष्कासित सांसद पशुपति पारस जी को लोजपा का नेता सदन माना था के फैसले के खिलाफ आज दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका दाखिल की गई है।