सस्‍टेनेबल माईनिंग पर जोर दिया कोयला मंत्रालय के अपर सचिव ने

झारखंड
Spread the love

  • सीसीएल के एनके एवं पिपरवार क्षेत्र का किया दौरा

रांची। कोयला मंत्रालय के अपर सचिव विनोद कुमार तिवारी ने सीसीएल के एनके एवं पिपरवार क्षेत्र का दौरा किया। उन्‍होंने एनके क्षेत्र की प्रतिष्ठित भूमिगत चुरी खदान का निरीक्षण किया। खदान के नजदीक में पौधरोपण भी किया। इसके तुरंत बाद प्रतिष्ठित कोयला परियोजना पिपरवार प्रोजेक्‍ट का निरीक्षण किया।

अपर सचिव ने कहा कि हम सभी को मिलकर आत्‍मनिर्भर भारत के संकल्‍प को पूरा करना है। आने वाले समय में 1000 मिलियन टन यानी 01 बिलियन टन कोयला उत्पादन करने का लक्ष्य प्राप्‍त करना है। कोयला मंत्रालय हर सभंव मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्‍होंने उपस्थित अधिकारियों को और सस्‍टेनेबल माईनिंग करने के लिए प्रेरित किया। आवश्‍यक दिशा-निर्देंश दिये।

अपर सचिव ने पिपरवार दौरे के दौरान अशोका प्रोजेक्‍ट स्थित ‘व्‍यू प्‍वाइंट’ में जाकर खदान का निरीक्षण किया। सरफेस माईनर मशीन, कोल हैंडलिंग प्‍लांट आदि का भी निरीक्षण किया। इस दौरान उन्‍होंने पिपरवार स्थित ‘कायाकल्‍प वाटिका’में पौधरोपण भी किया।

सीसीएल के सीएमडी पीएम प्रसाद ने अपर सचिव को चुरी भूमिगत खदान के बारे में पावर प्‍वाइंट के माध्‍यम से विस्‍तार से जानकारी दी। उन्‍होंने कहा कि ग्रामीण, राज्‍य एवं केन्‍द्र सरकार के साथ-साथ हमें कोल इंडिया का सहयोग सतत मिलता रहा है। उन्‍होंने उम्‍मीद जतायी कि कोयला मंत्री प्रल्‍हाद जोशी के नेतृत्‍व में, चेयरमैन कोल इंडिया प्रमोद अग्रवाल के मार्गनिर्देशन में सीसीएल अपना उत्‍पादन का लक्ष्‍य अवश्‍य प्राप्‍त करेगा। प्रसाद ने कायाकल्‍प वाटिका के विस्‍तारिकरण के बारे में भी जानकारी दी।

इस अवसर पर कोयला मंत्रालय में पदस्‍थापित पीयूष कुमार, महाप्रबंधक (एनके) संजय कुमार, महाप्रबंधक (पिपरवार) एके सिंह एवं अन्‍य अधिकारी सोशल डिस्‍टेंशिंग का पालन करते हुये उपस्थित थे।