यूनियनों ने कोयला कामगारों के लिए मांगा वेज का न्‍यूनतम 50 फीसदी गारंटी लाभ, संयुक्‍त मांग पत्र तैयार

झारखंड मुख्य समाचार
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रांची। यूनियनों ने कोयला कामगारों के लिए वेज का न्‍यूनतम 50 फीसदी गारंटी लाभ मांगा है। उन्‍होंने संयुक्‍त मांग पत्र तैयार कर लिया है। इसे तैयार करने को लेकर 2 जून को आभासी (वर्चुएल) माध्यम से बीएमएस, एचएमएस, एटक, सीटू की संयुक्त बैठक हुई। इस बैठक में एनसीडब्लूए-11 के लिए संयुक्त मांग पत्र बनाने पर चर्चा की गई। सर्वसम्‍मति से संयुक्त मांग पत्र तैयार किया गया। प्रबंधन को 10 जून, 2021 तक संयुक्त हस्ताक्षरित मांग पत्र भेज दिया जायेगा।

चर्चा में अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ महासंघ के महामंत्री सुधीर धुरडे, जयंत अशोले, माधव नायक, दिलीप सातपूते सहित HMS से नाथूलाल पांडे, एसके पांडे, अख्तर हुसैन, शिवकुमार यादव, एटक से रमेन्द्र कुमार, आरपी सिंह, लखन महतो, हरिद्वार सिंह और सीटू से डीडी रामनंदन, सीडीजी श्री नरसिंह आदि उपस्थित थे। बैठक का संचालन बीएमएस के सुरेंद्र कुमार पांडे ने किया।

मांग पत्र के प्रमुख बिंदु

1 न्यूनतम गारंटी लाभ – 50% वेज का दिया जाए।

2- वार्षिक वेतन वृद्धि 6% हिसाब से दिया जाए।

3- अतिरिक्त वेज वृद्धि अधिकतम 03 (प्रत्येक 5 साल में दिया जाए।)

4- सर्विस वेटेज इंक्रीमेंट NCWA – 8 की तरह दी जाए।

5- भूमिगत भत्ता – पुनरीक्षित बेसिक का 30% दिया जाए।

6- कोलफील्ड्स भत्ता- पुनरीक्षित बेसिक का 10% दिया जाए।

7- नाईट एलाउंस –  पुनरीक्षित बेसिक का 5% दिया जाए।

8-  चार्च एलाउंस – माह के 8 दिन के वेतन बराबर दिया जाए।

★ उपरोक्त के अलावा पारामेडिकल एलाउंस, नर्सिग, रेस्क्यू एलाउंस, डस्ट, स्पेशल एरिया एलाउंस बढ़ाने पर चर्चा हुई। कामगारों के मोटर साइकिल के लिए 10% और कार के लिए 20% कनवेंश एलाउंस की मांग की गई।

★ नये भत्तों में रेडियो एलाउंस, सिलाई भत्ता की मांग की गई। स्पेशल एलाउंस को 4% से बढ़ाकर 10% करने की मांग की गई।

★ आवास भत्ता (गैर शहरी क्षेत्र) के लिए 10% मांगा गया है।

उपरोत के अलावे 55% : पर्कस की भी मांग की गई है ।

★ आकस्मिक अवकाश- साल में 15 दिन , मेडिकल-20 दिन, EL अर्जित अवकाश- अंडरग्राउंड में 12 हाजिरी पर 01 दिन छुटी और सरफेश में 15 दिन हाजिरी पर 01 दिन छुट्टी के हिसाब से मांग की गई है।

★ अर्जित अवकाश के नकदीकरण के साथ-साथ सीकलीव के नकदीकरण की भी मांग की गई है।

अन्य छुटियों में मैटरनिटी, पैटरनिटी, चाईल केयर लीव की भी मांग की गई है।

★ पेड़ होली डे की संख्या बढ़ाने की मांग हुई  है।

★ एलटीसी और एलएलटीसी के लिए 50,000 और 75,000 हजार रुपये देने की मांग रखी गई है।

★ आश्रित को रोजगार की योजना में पात्रता के लिए Direct dependent and Indirect Dependent को जुड़ा गया है।

★ मेडिकल सुविधा में एयर एंबुलेंस की मांग की गई हैं। हर खदान के लिए लाईफ सपोर्ट एंबुलेंस की मांग रखी गई है।

★ पेंशन फंड को मजबूत देने के लिए 20 रुपये प्रति टन कोयले पर सेस की मांग की गई है।

★ A 2, एक्सक्लूसिव स्पेशल और कैटेगरी-7 का पद सृजित करने का प्रस्‍ताव रखा गया है।

★ Superannuation benefits ( सेवानिवृत्ति लाभ) के तहत प्रबंधन से CPRms में 4.84% Contribute की मांग की गई है। पेंशन में प्रबंधन से 9% की मांग की गई है।

★ अंडरग्राउन्ड एलाउंस और मेडिकल प्रतिपूर्ति बिल से कटने वाले आयकर की राशि अपकीपिंग एलाउंस के नाम पर वापस करने की मांग रखी गई है।

★ कंपनी से सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारी यदि उसी आवास में रहना चाहता है तो इसके लिए प्रबंधन को आवास आवंटन नियम में सुधार के लिए नियमावली बनाये।