खामोशी से ‘हनुमान’ का वध देखना ‘राम’ को शोभा नहीं देता: चिराग पासवान

Uncategorized
Spread the love

नई दिल्ली। लोजपा में टूट के बाद चिराग पासवान ने पहली बार पीएम मोदी से गुहार लगाई है। चिराग पासवान ने कहा कि अगर हनुमान का वध हो तो, राम को चुप रहना सही नहीं है। उन्होंने कहा कि लोजपा के भीतर टूट पर नरेन्द्र मोदी से मुझे मध्यस्थता की उम्मीद है। बता दें कि बिहार में लोजपा के भीतर चाचा पशुपति पारस के नेतृत्व में पांच सांसद सहित कई नेता बागी हो चुके हैं।

समाचार एजेंसी एएनआई की से बात करते हुए चिराग पासवान ने कहा खामोशी से हनुमान का वध राम को देखना शोभा नहीं देता है। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी ने हमेशा से बीजेपी का साथ दिया है। लेकिन आज जब हम मुश्किल में है, तो बीजेपी के नेताओं ने चुप्पी साध ली है।

चिराग पासवान ने कहा कि मुझे पीएम मोदी से मध्यस्थता की उम्मीद है। उन्होंने आगे कहा कि हमें विश्वास है कि प्रधानमंत्री जल्द ही इस मामले (लोजपा की टूट) में हस्तक्षेप कर सबकुछ सही करेंगे। बताते चलें कि लोजपा में टूट के बाद चिराग पासवान ने पहली बार पीएम नरेंद्र मोदी से गुहार लगाई है।

इससे पहले, चिराग पासवान ने एक और साक्षात्कार में कहा था कि बीजेपी से एकतरफा प्यार नहीं किया जा सकता है। उन्होंने इस दौरान कहा कि पशुपति पारस पर भरोसा करना सबसे बड़ी गलती है। चिराग ने कहा कि मैंने पिता की तरह अपने परिजनों पर भरोसा किया, जिसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।

पीएम मोदी को बताया था राम
बिहार इलेक्शन में एनडीए से अलग होकर चुनाव लड़ने के बाद चिराग पासवान ने कहा था कि पीएम मोदी उनके राम हैं। इस दौरान चिराग ने खुद को हनुमान बताया था। वहीं लोजपा में टूट के बाद उन्होंने कहा था कि हनुमान को अगर राम की सहायता लेनी पड़ी तो, हनुमान काहे का हनुमान और राम काहे का राम।