नई दिल्ली। IIT दिल्ली के वैज्ञानिकों ने देश की सबसे सस्ती RTPCR किट के बाद सबसे सस्ती 50 रुपये की रैपिड एंटीजन जांच किट बनाई है। इस किट का उपयोग सार्स-सीओवी-2 एंटीजन के इन विट्रो गुणात्मक अनुसंधान करने के लिए किया जाता है।
इस जांच किट को आईसीएमआर ने इसे प्रमाणित किया है। यह कोरोना वायरस एंटीजन के लिए विशिष्ट मोनोक्लोनल एंटीबॉडी पर आधारित है। इसके प्राप्त परिणाम गुणात्मक आधारित हैं और खुली आंखों से देखने पर भी इसका अनुमान लगाया जा सकता है। जांच किट को इजाद करने में प्रौद्योगिकी और इसका निर्माण 100 फीसदी स्वदेशी है। केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री संजय धोत्रे ने शुक्रवार को इस जांच किट को लांच किया।
विशेषज्ञों का दावा है कि यह जांच किट संवेदनशीलता में 90 फीसदी, विशिष्टता में सौ फीसदी और और सटीकता में 98.99 फीसदी के साथ शुरुआती सीटी मान (14 से 32 के बीच सीटी मान) के लिए यह परीक्षण उपयुक्त पाया गया है। उन्होंने कहा कि यह तकनीक देश में कोविड परीक्षण उपलब्धता में क्रांति लाएगी। किट पूरी तरह से आईआईटी दिल्ली में आंतरिक संसाधनों का उपयोग करके विकसित की गई है।