नई दिल्ली। अपने चचेरे भाई प्रिंस पर स्वाती नाम की लड़की द्वारा लगाये गये रेप के आरोप पर चिराग पासवान ने आज बुधवार को अपने पीसी में कई बड़ी बातें कहीं। उन्होंने सबसे पहले तो स्वाती द्वारा लगाये गये तमाम आरोपों को गलत बताया और कहा कि मैंने दोनों को ही पुलिस स्टेशन जाने के लिए कहा था, लेकिन दोनों ने ही इस मामले को रफा-दफा कर दिया।
चिराग ने कहा कि जब मेरे पास ये मामला आया था, तो मैंने दोनों को बुलाकर दोनों का पक्ष जानने की कोशिश की थी, लेकिन मुझे दोनों की ही बातों में काफी ज्यादा फर्क नज़र आया। इसलिए मैंने दोनों को पुलिस स्टेशन जाने की सलाह दी, लेकिन दोनों में से किसी ने भी पुलिस के पास जाना मुनासिब नहीं समझा।
उन्होंने अपना पल्ला झाड़ते हुए ये भी कहा कि अगर मुझे मामले को रफा-दफा ही करना होता, तो मैं दोनों को पुलिस के पास जाने के लिए कहता ही नहीं। ऐसे में उन्होंने इन सभी बातों को कहते हुए स्वाती द्वारा लगाये जा रहे तमाम आरोपों को गलत बताया।
चिराग पासवान ने आज अपने पीसी में पीएम मोदी और बीजेपी के साथ रिश्तों पर भी अपना स्टैंड साफ कर दिया। दरअसल बुधवार को पीसी के दौरान जब एक पत्रकार ने उनसे पूछा कि इस मुसीबत की घड़ी में क्या आप अपने राम से मदद की गुहार लगाएंगे।
तो इस पर चिराग ने जवाब दिया कि अगर हनुमान को राम की मदद लेनी पड़ जाए, तो काहे का हनुमान और काहे का राम। उन्होंने अपनी इस बात से ये साफ कर दिया कि अब भविष्य में वे बीजेपी के साथ शायद ही कोई संबंध रखें।
आपको बता दें कि रामविलास पासवान ने अपना एक लंबा वक्त बीजेपी को समर्थन देने में दिया। ऐसे में अब जब चिराग पासवान मुसीबत में फंसे हैं और जब उन्हें बीजेपी की सबसे ज्यादा जरुरत है, तब उनके साथ ना तो राम खड़े हैं ना ही पार्टी।
आपको ये भी बता दें कि लोजपा में टूट के पीछे कहा जा रहा है कि बीजेपी का भी हाथ है, क्योंकि बिना बीजेपी के इतना कुछ होना संभव ही नहीं था।