हजारीबाग। हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एचएमसीएच) में इलाजरत 10 लाख का इनामी माओवादी बंदी चंद्रभूषण यादव की कोरोना से मौत हो गई। बीमार होने पर उसे सोमवार को एचएमसीएच लाया गया था, जहां जांच के बाद वह कोरोना पॉजिटिव पाया गया। देर रात उसकी तबीयत बिगड़ी और मौत हो गई।
वह लातेहार का रहनेवाला था और आत्मसमर्पण नीति के तहत सजायाफ्ता बंदी था। वह हजारीबाग ओपेन जेल में परिवार के साथ रहता था। परिजनों ने आरोप लगाया है कि जेल में बंदी को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा नहीं दी जाती है। समय पर चंद्रभूषण का इलाज कराया जाता, तो उसकी मौत नहीं होती। पांच दिन से वह बीमार था। सूचना देने के बाद भी डॉक्टर इलाज के लिए नहीं आए। जब तबीयत अधिक बिगड़ गई तब उसका इलाज शुरू हुआ।
वहीं जेल चिकित्सक डॉ राजकमल रंजन ने बताया कि बंदी का इलाज किया गया। उसकी तबीयत खराब थी। खांसी हो रही थी। उसे एंटीबायोटिक इंजेक्शन दिया गया था। इस संबंध में जेल अधीक्षक कुमार चंद्रशेखर का कहना है कि जेल में जल्द ही सभी बंदियों का कोरोना टेस्ट कराया जाएगा। साथ ही वैक्सीन भी दिलाया जाएगा। पारा मेडिकल स्टाफ को एचएमसीएच में ट्रेनिंग दिलाकर जेपी केंद्रीय कारा और ओपेन जेल के सभी बंदियों को कोरोना टेस्ट करा वैक्सीन दिलाया जाएगा। इनमें 45 वर्ष से ऊपर आयु वाले बंदियों को पहले टीका दिलाया जाएगा।