नई दिल्ली/ मुंबई/अहमदाबाद। अरब सागर से उठा चक्रवाती तूफान ताउते केरल, कर्नाटक एवं गोवा के तटीय इलाकों में तबाही मचाने के बाद अब भीषण रूप ले चुका है। इसके सोमवार रात 11 बजे के आसपास गुजरात के तटीय इलाकों से टकराने की संभावना है। इस दौरान हवा की रफ्तार 160-165 किमी प्रतिघंटा या इससे अधिक रह सकती है। इस बात की भी संभावना जताई जा रही है कि यह तूफान गुजरात के तटीय क्षेत्रों से टकराने के बाद और अधिक गति से आगे बढ़ेगा और पाकिस्तान के तटीय इलाकों से टकराकर भारी तबाही मचा सकता है। तूफान के कारण मुंबई और आसपास के जिलों में मूसलाधार बारिश हो रही है। कई इलाकों में जलभराव हो गया है। महाराष्ट्र में अब तक चार लोगों की मौत हुई है और चार मछुआरे लापता हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय स्थिति की लगातार समीक्षा कर रहा है और राज्य सरकारों एवं संबंधित केंद्रीय एजेंसियों के संपर्क में है।
इसी बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात कर राज्य के मौजूदा हालात की जानकारी ली। प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी से भी बात कर तूफान से निपटने के लिए की गई तैयारियों के बारे में जानकारी ली। गुजरात के मुख्यमंत्री कार्यालय के मुताबिक प्रधानमंत्री ने शाम को मुख्यमंत्री रूपाणी से फोन पर बात की और चक्रवात से निपटने के लिए राज्य सरकार द्वारा की गई तैयारियों के बारे में जाना।
मौसम विभाग के मुताबिक तूफान ताउते के गुजरात के तटीय जिलों- भावनगर, अम्रेली, जूनागढ़ और पोरबंदर से रात 11 बजे के आसपास टकराने की संभावना है। इस दौरान हवा की रफ्तार 160-165 किलोमीटर प्रतिघंटा रह सकती है। अपराह्न एक बजे के आसपास यह तूफान मुंबई तट से 120-140 किलोमीटर दूर से होते हुए 15-20 किलोमीटर की रफ्तार से गुजरात के तटीय क्षेत्रों की ओर बढ़ रहा था। गुजरात और ‘दमन एवं दीव और दादरा नगर हवेली’ के तटीय इलाकों के लिए रेड अलर्ड जारी किया गया है। तूफान के कारण सोमवार से लेकर मंगलवार शाम तक गुजरात के अधिकतर क्षेत्रों में मध्यम से भारी या बहुत भारी बारिश हो सकती है। गुजरात तट से टकराने के दौरान इसकी गति 160 से 165 किलोमीटर प्रति घंटे तक रहने का अनुमान है। आईएमडी की इस चेतावनी के मद्देनजर गुजरात के तटीय इलाकों से 1.5 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
महाराष्ट्र सरकार की ओर से तूफान से निपटने के लिए पर्याप्त व्यवस्थाएं की गई हैं। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एऩडीआरएफ) की टीमों ने निचले तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। ताउते के कारण मुंबई और आसपास के इलाकों में सोमवार को तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हुई, जिससे कई जगहों पर पेड़ उखड़ गए और ट्रेन सेवाएं बाधित हुईं। पश्चिम रेलवे ने 52 से अधिक ट्रेनें निरस्त कर दी हैं। एहतियात के तौर पर शहर में मोनोरेल सेवा को दिनभर के लिए निलंबित किया गया है। मुंबई और आसपास के इलाकों में वर्षाजनित हादसों में तीन लोगों की मौत हो गई है।
मालाड के मढ़ इलाके में समुद्र में नौका डूब गई। यहां एक मछुआरे की मौत हो गई है और 4 मछुआरे लापता हो गए हैं। इसी बीच बॉम्बे हाई ऑयल फील्ड के पास एक छोटे जहाज पर कुल 273 लोग फंसे हुए थे, जबकि एक दूसरे जहाज पर 137 लोग फंसे हुए थे। इन लोगों को बचाने का प्रयास जारी है। तेज हवाओं के मद्देनजर बांद्रा-वर्ली सी-लिंक को यातायात के लिए बंद कर दिया गया है और लोगों को वैकल्पिक मार्ग के इस्तेमाल की सलाह दी गई है। मौसम विभाग ने मुंबई और आसपास के इलाकों में अगले कुछ घंटों तक मूसलाधार बारिश होने की चेतावनी दी है।
महाराष्ट्र सरकार के अनुसार रायगढ़, रत्नागिरि और सिंधुदुर्ग जिले के तटीय क्षेत्रों के 12,420 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। इनमें रायगढ़ के 8,380, रत्नागिरि के 3,896 और सिंधुदुर्ग के 144 लोगों का समावेश है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि चक्रवात के कारण कोरोना मरीजों का इलाज प्रभावित ना हो। मुंबई, ठाणे एवं पालघर में ऑरेंज अलर्ट और रायगढ़ जिले में रेड अलर्ट जारी किया गया है। बीस सेंमी से अधिक बारिश के अनुमान पर रेड अलर्ट जारी किया जाता है। बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) की महापौर किशोरी पेडणेकर ने प्रभावित इलाकों का दौरा कर अधिकारियों को सतर्क रहने का आदेश दिया है।
महाराष्ट्र के पर्यटन एवं पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे ने बीएमसी कार्यालय में बने कंट्रोल रूम जाकर स्थिति का जायजा लिया। आदित्य ठाकरे ने पत्रकारों को बताया कि मुंबई में बहुत ही कम समय में अधिक बारिश हुई है। इसे देखते हुए निचले इलाकों में हुए जलभराव की निकासी का इंतजाम किया गया है। बहुत जल्द स्थिति को सामान्य करने का प्रयास किया जा रहा है।
समुद्र में फंसी कई भारतीय नावें, दो की मौत
ताउते तूफान की वजह से समुद्र में उठ रही ऊंची लहरों के बीच कई भारतीय नावें फंस रही हैं। भारतीय तटरक्षक बल और भारतीय नौसेना संयुक्त ऑपरेशन चलाकर चालक दल के सदस्यों को बचाने में लगे हैं। इसी तरह के एक संयुक्त ऑपरेशन में सोमवार सुबह कर्नाटक के मैंगलोर और उडुपी के पास समुद्री लहरों में फंसी भारतीय टगबोट ‘कोरोमंडल सपोर्टर’ को चालक दल के सभी नौ सदस्यों को बचाया गया है। एक अन्य घटना में मैंगलोर तट पर पोत गिरने के बाद लापता हुए तीन व्यक्तियों का अभी तक पता नहीं लगाया जा सका है। जहाज पर आठ लोग सवार थे, जिनमें से दो मृत पाए गए और तीन तैरकर सुरक्षित निकल गए। नौसेना प्रवक्ता विवेक मधवाल के अनुसार अरब सागर में तूफान ताउते के चलते भारतीय भारतीय टगबोट ‘कोरोमंडल सपोर्टर IX ऊंची-ऊंची समुद्री लहरों के बीच फंस गई। राहत एवं बचाव का अलर्ट मिलने पर तत्काल भारतीय तटरक्षक बल और भारतीय नौसेना ने संयुक्त रूप से ऑपरेशन शुरू किया।
कर्नाटक में अब तक छह की मौत
कर्नाटक राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की सोमवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक आज सुबह तक 121 से अधिक गांव तूफान से प्रभावित हैं। अब तक 547 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। अब तक 300 से अधिक घरों, 644 खंभों, 147 ट्रांसफर्मरों, 57 किमी सड़कों और 100 से अधिक नावों को क्षति पहुंची है। मौसम विभाग ने बेलगावी, दक्षिण कन्नड़, धारवाड़, चामराजनगर, कोडागु, चिकमंगलुरु और शिवमोगा जिले में मध्यम बारिश और 40 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से मंगलवार तक हवाएं चलने की आशंका जताई है।