रांची। झारखंड के 689 उर्दू शिक्षकों को वेतन का भुगतान नहीं हुआ है। इसका असर ईद पर्व पर भी पड़ने की आशंका है। इस बार उनकी ईद फीकी रह सकती है। अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ ने सरकार से वेतन भुगतान करने की दिशा में शीघ्र कदम उठाने की मांग की है।
संघ के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष विजेंद्र चौबे, महासचिव राममूर्ति ठाकुर और मुख्य प्रवक्ता नसीम अहमद ने कहा कि राज्य के प्राथमिक और मध्य विद्यालय के उर्दू शिक्षकों का योजना मद में राशि का आवंटन नहीं हुआ है। इसके अभाव में उनका वेतन भुगतान नहीं हो रहा है। इसके कारण प्रदेश के 689 उर्दू शिक्षकों में घोर मायूसी है। वे कई तरह की आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे है।
संघ ने कहा कि कोविड-19 जैसी भयावह महामारी में भी कई शिक्षकों के परिवार इलाज को तरस रहे हैं। कुछ शिक्षकों के परिवार के सदस्य ने दम तोड़ दिया है। पवित्र रमजान महीनों से चल रहा है और 8 दिन बाद ईद जैसा पवित्र त्योहार है। आवंटन के अभाव में वेतन नहीं मिलने से उर्दू शिक्षकों का ईद फीका पड़ जाएगा। यह दूर्भाग्यपूर्ण है।
पदधारियों ने कहा कि राज्य में कार्यरत प्राथमिक, माध्यमिक, उच्च प्राथमिक शिक्षकों का आवंटन किया जा चुका है। उन्हें समय पर वेतन का भुगतान भी हो रहा है। योजना मद में नियुक्त 2015-16 के उर्दू शिक्षकों का आवंटन अब तक जारी नहीं किया गया है। प्राथमिक व मध्य विद्यालय के उर्दू शिक्षकों का आवंटन को लेकर कई बार संघ द्वारा ध्यान दिलाया गया है। इसके बावजूद अबतक वेतन भुगतान नहीं हुआ है। ना ही कोई ठोस कार्रवाई की गई है।
संघ ने मांग की है कि समय रहते उर्दू शिक्षकों का आवंटन शीघ्र निर्गत किया जाय, ताकि उन्हें महापर्व ईद में वेतन मिल सके। कोविड भयावह महामारी में उनके समक्ष आर्थिक समस्या आड़े नहीं आए।
जिलावार उर्दू शिक्षकों की संख्या
जिला स्वीकृत/कार्यरत पद
रांची 399 /86
खूंटी 27 / 0
लोहरदगा 107/ 2
गुमला 52 /0
सिमडेगा 60 /0
पूर्वी सिंहभूम 398/ 2
सरायकेला-खरसावां 174/3
पश्चिम सिंहभूम 294/2
पलामू 192/80
लातेहार 135/2
गढ़वा 327/63
हजारीबाग 308/81
रामगढ़ 145/13
कोडरमा 100/13
चतरा 153/19
गिरिडीह 300/69
धनबाद 224/83
बोकारो 252/45
दुमका 53/2
जामताड़ा 60/9
साहेबगंज 117/21
पाकुड़ 160/6
गोड्डा 202/70
देवघर 102/20
कुल 4401/689