आइएमए के साथ बैठक कर बनाई गई कोरोना से जंग की रणनीति

झारखंड सेहत
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रांची। विकास आयुक्‍त सह अपर मुख्‍य स्‍वास्‍थ्‍य सचिव अरुण कुमार सिंह की अध्यक्षता में स्टेट आइएमए और रांची आइएमए की बैठक नामकुम स्थित आरसीएच परिसर में 23 अप्रैल को हुई।

इसमें सिंह द्वारा ऐसे डॉक्टरों की सूची मांगी गई, जो स्वेच्छा से टेलीकंसल्टेशन की सेवा देना चाहते हैं। आइएमए स्टेट सेक्रेट्री ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्री के अनुरोध पर सभी जिलों में ऐसे डॉक्टरों की सूची बना ली गई है, जो टेलीकंसल्टेशन की सेवा देना चाहते हैं। यही डॉक्टर 104 पर भी सेवा देने को तैयार हैं।

टेस्‍ट फैसलिटी बढ़ाने के लिए ऐसे लैब्स की सूची मांगी गई, जो क्राइटेरिया पूरी करते हैं। उन्हें सिंगल विंडो से युद्ध स्तर पर परमिशन देने की कोशिश की जाएगी। ऐसे लैब्स की जानकारी उपलब्ध कराने के लिए डॉक्टर विमलेश सिंह को अधिकृत किया गया।

104 पर परामर्श देने के लिए 1 स्टैंडर्ड प्रोटोकोल बनाने का निर्णय लिया गया। उसका निर्माण डॉ आरएस दास करेंगे।

104 पर परामर्श देने वाले डॉक्टरों की अनुशंसा पर मरीजों को रेफरल एंड एडमिशन फैसिलिटी उपलब्ध होगी।

यह भी निर्णय लिया गया की प्रत्येक जिलों में डिस्‍ट्रि‍क हेल्थ सोसाइटी में आइएमए के प्रतिनिधि भी रहेंगे, जो इस महामारी से लड़ने में मदद करेंगे।

आइएमए ने ऑक्सीजन एवं दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने की मांग की।

आइएमए ने यह सलाह दिया कि सभी जिलों में युद्धस्तर पर डॉक्टर, नर्सेज एवं पारा मेडिकल कर्मियों की बहाली अच्छे वेतन के साथ की जाए। यह जोखिम भरा काम है तो उन्हें इंश्‍योरेंस की सुविधा भी दी जाए।

आईएमए ने यह भी सलाह दी कि हर जिले में जरूरत पड़ने पर वॉलिंटियर्स की एक सूची बनाई जाए, जोकि विपरीत परिस्थिति में रिजर्व फोर्स का काम करेंगे। एनसीसी और एसएसएस कैडेट्स आदि।

ऑक्‍सीजन बेड बढ़ाने और आइसोलेशन सेंटर खोलने पर भी सहमति बनी।

इस बैठक में एनआरएचएम के एमडी रविशंकर शुक्ला और आइएमए की तरफ से डॉ अजय कुमार सिंह, डॉ सुमंत मिश्रा, डॉ प्रदीप कुमार सिंह, डॉ शंभू प्रसाद, डॉ आरएस दास, डॉ अनंत सिन्हा, डॉ विमलेश सिंह, डॉ अजीत कुमार भी मौजूद थे।