स्‍ट्रेस काउंसिलिंग के तहत युवाओं के लिए कार्यक्रम करेगा एनएसएस और यूनिसेफ

Uncategorized
Spread the love

रांची। कोविड-19 वैश्विक महामारी से उत्पन्न परिस्थितियों के कारण युवाओं में अनिश्चितता एवं तनाव का माहौल व्याप्त हो रहा है। युवा पीढ़ी का अपने कैरियर को लेकर चिंतित होना स्वाभाविक है। इनके परिवार के सदस्यों में भी भय एवं अवसाद देखने को मिल रहा है। युवाओं को इस मानसिक परेशानियों से निकालने के लिए उनका काउंसलिंग आवश्यक हो गया है।

विशेष अभि‍यान चलाने की योजना

इन विषम परिस्थितियों को देखते हुए राष्ट्रीय सेवा योजना, झारखंड और यूनीसेफ के संयुक्त तत्वावधान में विशेष अभियान चलाने की योजना बनायी गई है। इसके अंतर्गत युवाओं के लिए स्ट्रेस कॉउंसलिंग से संबंधित वेबिनार, कार्यशाला, संवाद, विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। सोशल मीडिया के माध्यम से भी इस विषय पर वीडियो, आर्टिकल, नाटक, स्लोगन, पोस्टर के माध्यम से जागरुकता कार्यक्रम चलाए जाएंगे।

सकारात्मक विचारों का संचार होगा

राष्ट्रीय सेवा योजना के राज्य एनएसएस पदाधिकारी डॉ ब्रजेश कुमार ने बताया कि वैश्विक महामारी कोविड-19 से उत्पन्न मानसिक परेशानियां उत्‍पन्‍न हो गई है। भय, तनाव, विषाद, संवेगात्मक विक्षोभ, कैरियर एवं निराशा आदि से युवाओं के ग्रस्‍त होने की आशंका है। इससे निजात पाने के लिए एक ‘राज्य स्तरीय तनाव प्रबंधन प्रकोष्ठ’ का गठन करने का निर्णय लिया गया है। राज्य स्तरीय प्रकोष्ठ के माध्यम से झारखंड में विशेष अभियान चलाकर युवाओं में सकारात्मक विचारों का संचार करने का कार्य किया जाएगा। यह प्रकोष्ठ कोविड-19 का उच्च शिक्षा के अधीनस्थ खासकर अध्ययनरत विद्यार्थियों की परीक्षा और अध्ययन संबंधी समस्याओं को दूर करने, उनमें व्याप्त भय, तनाव, विषाद, मनोग्रस्त विकृति, संवेगात्मक विसंगति आदि समस्याओं को लेकर मनोवैज्ञानिक फर्स्ट एड सहित दैनंदिनी  शैक्षणिक परामर्श देने का काम करेगी। इसका लाभ कॉलेज और यूनिवर्सिटी के शिक्षक व अभिभावक भी उठा सकते है।

विश्वविद्यालय स्तरीय समिति का गठन

राज्यस्तरीय समिति गठन के बाद विश्वविद्यालय स्तरीय समिति का गठन 30 अप्रैल, 2021 तक कर लेना है। इसके अध्यक्ष विश्वविद्यालय के एनएसएस के कार्यक्रम समन्वयक होंगे। स्ट्रेस कॉउंसलिंग की राज्य स्तरीय कार्यशाला 23 अप्रैल, 2021 को वर्चुअल मोड में आयोजित की जाएगी। इसमें एनएसएस के सभी विश्वविद्यालयों के कार्यक्रम समन्वयक, सभी जिलों के नोडल पदाधिकारी एवं प्रत्येक विश्वविद्यालय से एनएसएस के 10-10 स्वयंसेवक भाग लेंगे।

राज्य स्तरीय समिति में शामिल विशेषज्ञ

डॉ शशिकला सिंह, अवकाश प्राप्त प्राध्यापिका, विश्वविद्यालय मनोविज्ञान विभाग, रांची विश्वविद्यालय

डॉ सरिता सिंह (हजारीबाग)- सदस्य

डॉ रीता कुमारी (रांची) – सदस्य

डॉ विनोद कुमार शर्मा (दुमका) – सदस्य

डॉ कमल कुमार महतो (जमशेदपुर)- सदस्य

 डॉ गोविंद मांझी (निमहंस, बंगलोर) – आमंत्रित सदस्य

डॉ शशिभूषण कुमार गुप्ता (बंगलोर)- आमंत्रित सदस्य

डॉ निशांत कुमार (सीआईपी, कांके, रांची) -सदस्य

डॉ आभा एक्का (दुमका)

आस्था अलंग (यूनीसेफ पदाधिकारी, रांची) – सदस्य

डॉ ब्रजेश कुमार – सदस्य सचिव