विक्रम गोयल
पटना। मॉब लिंचिंग मामले में बिहार पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। किशनंगज के एसपी कुमार आशीष की अनुसंशा पर IG पूर्णिया ने सर्किल इंस्पेक्टर समेत पूरे पुलिस दल को कर्तव्यहीनता के आरोप में निलंबित कर लाइन हाजिर कर दिया गया है। संबंधितों पर विभागीय कार्रवाई चलाकर कठोरतम सजा दी जाएगी।
जानकारी हो कि लूटी गई मोटरसाईकिल की बरामदगी और अभियुक्त को गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापामारी के लिए पंतापाड़ा थाना-ग्वालपोखर, ओपी-पांजीपाड़ा (पश्चिम बंगाल) पहुंची। इसमें किशनगंज के पुलिस निरीक्षक अश्वनी कुमार, अंचल निरीक्षक मनीष कुमार, सिपाही-465 राजू सहनी, सिपाही-27 अखिलेश्वर तिवारी, सिपाही-551 प्रमोद कुमार पासवान, सिपाही-265 उज्ज्वल कुमार पासवान, सिपाही-525 सुनील चौधरी, सिपाही-534 सुशील कुमार शामिल थे।
वहां अभियुक्त के रिश्तेदारों सहित 500 व्यक्ति जुटकर छापामारी दल पर हमला कर दिया। इस घटना में मनीष कुमार, राजू सहनी, अखिलेश्वर तिवारी, प्रमोद कुमार पासवान, उज्ज्वल कुमार पासवान, सुनील चौधरी, सुशील कुमार अपनी जान बचाकर वहां से भाग गये। हालांकि पुलिस निरीक्षक सह किशनगंज थानाध्यक्ष अश्वनि कुमार को भीड़ ने पकड़ लिया। निर्ममता से पीट-पीटकर हत्या कर दी।
पुलिस प्रशासन का मानना है कि इस घटना में पुलिस निरीक्षक मनीष कुमार, सिपाही राजू सहनी, सिपाही अखिलेश्वर तिवारी, सिपाही प्रमोद कुमार पासवान, सिपाही उज्ज्वल कुमार पासवान, सिपाही सुनील चौधरी, सिपाही सुशील कुमार द्वारा अपने कर्त्तव्य का निर्वहन विवेकपूर्ण ढंग से किया गया होता तो संभवतः यह घटना नहीं घटती। इस कृत में प्रथम दृष्ट्या इनलोगों की लापरवाही परिलक्षित होती है।
उक्त लापरवाही के लिए मनीष कुमार, राजू सहनी, अखिलेश्वर तिवारी, प्रमोद कुमार पासवान, उज्ज्वल कुमार पासवान, सुनील चौधरी, सुशील कुमार को तत्काल प्रभाव से सामान्य जीवन यापन भत्ता पर निलंबित कर दिया गया है। निलंबन अवधि में इन सबों का मुख्यालय किशनगंज पुलिस केंद्र होगा।