गढ़वा। सदर अस्पताल गढ़वा के कोविड-19 सेंटर में 18 अप्रैल की रात्रि कोविड मरीज नीरज कुमार उपाध्याय की मौत के मामले में पिता ने कहा कि उनके बेटे की हत्या हुई है। पुलिस को आवेदन दिए जाने के बावजूद अब तक दोषी लोगों को चिह्नित नहीं किया गया है। मृतक के पिता सुरेंद्र उपाध्याय ने कहा कि अगर न्याय नहीं मिला, तो वे आत्मदाह कर लेंगे।
वहीं मृतक के बहनोई कामाख्या नारायण पाठक ने आरोप लगाया है कि अस्पताल में नीरज कुमार उपाध्याय उर्फ पिंटू को साजिश के तहत 18 अप्रैल की रात्रि अस्पताल प्रबंधन की मिलीभगत से मारा गया है। मृतक के पिता और बहनोई का कहना है कि 18 अप्रैल घटना की रात्रि नीरज ने करीब नौ बजे फोन कर अपने पिता को बताया था कि उसे खाना में किसी ने जहर दे दिया है।
उसे उल्टी हो रही है और सुबह उन्हें खबर मिली कि उनके बेटेने फांसी लगा ली है। बहनोई का कहना है कि जब वह घटनास्थल पर पहुंचे तो नीरज का दोनों घुटना मुड़ा हुआ था तथा पैर जमीन से स्पर्श कर रहा था। ऐसी हालत में किसी भी व्यक्ति की फांसी से मौत नहीं हो सकती है।