रांची। बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के पदाधिकारी, शिक्षक, वैज्ञानिक, कर्मचारी एवं ऑफ कैंपस छात्र-छात्राओं के बीच कोरोना वायरस के प्रसार से बचाव का बेहतर प्रबंधन और मामलों के नियंत्रण के लिए कोविड नियंत्रण सलाहकार समिति का गठन किया गया है। कुलपति डॉ ओएन सिंह समिति के अध्यक्ष और डीन एग्रीकल्चर डॉ एमएस यादव उपाध्यक्ष होंगे। डॉ यूएस वर्मा, डॉ प्रवीण कुमार, सिद्धार्थ जायसवाल और अजय कुमार समिति के सदस्य एवं डॉ बीके झा को सदस्य सचिव बनाया गया है। इस आशय की अधिसूचना मंगलवार को कुलपति के आदेश से डीन एग्रीकल्चर ने जारी किया गया।
सदस्यों से मांगे थे सुझाव
विवि में कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए सोमवार को कुलपति डॉ ओंकार नाथ सिंह की अध्यक्षता में आपात बैठक हुई थी। इसमें कुलपति ने विश्वविद्यालय के सभी संकायों के सभी भवन एवं छात्रावासों के सेनिटाइजेशन कार्यो की समीक्षा की। ऑनलाइन कक्षा एवं ऑनलाइन परीक्षा संचालन की जानकारी ली। उन्होंने विवि में कोरोना संक्रमण की वस्तुस्थिति की जानकारी ली। सदस्यों को कोविड-19 की स्थिति की गंभीरता पर चर्चा करते हुए सदस्यों से सुझाव मांगे। सदस्यों के सुझाव पर कुलपति द्वारा अविलंब बीएयू कोविड नियंत्रण सलाहकार समिति गठित की गई।
परामर्श प्रसारित किया जाएगा
बैठक में कोविड रोगियों के लिए दैनिक परामर्श तैयार कर विभिन्न सोशल मीडिया चैनलों के माध्यम से विश्वविद्यालय के छात्र, पदाधिकारी, शिक्षक और कर्मचारियों के बीच प्रसारित करने का निर्देश दिया गया। विश्वविद्यालय द्वारा सरकारी और गैर सरकारी संगठन से भी समर्थन हासिल करने के दिशा में प्रयास होगा। समिति द्वारा कोविड-19 नियंत्रण और प्रबंधन सबंधी अद्यतन जानकारी एवं संदेश को प्रसारित किया जाएगा। सभी तकनीकी परामर्श को अद्यतन करने के लिए विवि के मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ यूएस वर्मा को अधिकृत किया गया है।
टीकाकरण अभियान चलेगा
कुलपति डॉ ओएन सिंह ने विवि के सभी कर्मियों को कोविड-19 के मद्देनजर सदैव सजग एवं जागरूक रहने, एहतियात बरतने और दिशा-निर्देशों को पालन करने की अपील की है। उन्होंने बताया कि कोविड-19 से बचाव के लिए विवि में चार दिनों तक टीकाकरण अभियान चलाया गया। इसमें रांची सिविल सर्जन कार्यालय के चिकित्सा दल के सहयोग से 45 वर्ष से अधिक उम्र के कुल 364 लोगों ने कोवीशील्ड वैक्सिन का टीकाकरण कराया। विवि के पदाधिकारी, शिक्षक, वैज्ञानिक, कर्मचारी, पेंशनर्स एवं आकस्मिक कर्मी के साथ परिवार के लोगों के लिए 42 दिनों के बाद दूसरा टीकाकरण का अभियान चलाया जायेगा।