छत्तीसगढ़। सीआरपीएफ का कोबरा कमांडो राकेश्वर सिंह मन्हास नक्सलियों के कब्जे में है। उसे छोड़ने के लिए नक्सलियों ने शर्त रखी है। सरकार ने सहयोग करने पर जवान को 2 दिन में छोड़ने की बात कही है। उधर, जवान के परिवार ने सरकार से जल्द से जल्द उन्हें नक्सलियों से छुड़ाने की अपील की है।
जानकारी हो कि पिछले दिनों छत्तीसगढ़ में नक्सली अटैक में सुरक्षाबलों के 22 जवान शहीद हो गये थे। अब तक एक जवान लापता है। अब नक्सलियों ने बयान जारी कर कहा है कि सीआरपीएफ का कोबरा कमांडो उनके कब्जे में है।
प्रतिबंधित कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (माओवादी) ने बयान जारी कर कहा कि 3 अप्रैल को हुए एनकाउंटर के बाद से लापता जवान उनके कब्जे में है। नक्सलियों ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा बातचीत के लिए मध्यस्त की घोषणा के बाद ही सीआरपीएफ के कमांडो को छोड़ा जाएगा।
छत्तीसगढ़ पुलिस ने बताया कि नक्सलियों की ये चिट्ठी सही है. नक्सलियों ने कहा है कि जल्द ही वे अगवा किए गए जवान का वीडियो जारी करेंगे। अगर सरकार ने सहयोग किया तो वो जवान को 2 दिन के अंदर छोड़ भी देंगे।
बंधक बनाए गए जवान के परिवार सरकार से जल्द से जल्द उन्हें नक्सलियों से छुड़ाने की अपील की है। राकेश्वर सिंह मन्हास की मां ने कहा कि सरकार कुछ कर रही है इसका हमें तब ही भरोसा होगा, जब हमारा बेटा वापस आएगा।