गांव में निभाई गई अनोखी परंपरा, खेली गई ढेला मार होली

झारखंड मुख्य समाचार
Spread the love

आनंद कुमार सोनी

लोहरदगा। होली के दिन बरही गांव में अनोखी परंपरा निभाई जाती है। यहां ढेला मार होली खेली जाती है। गांव के लोग वर्षों से इस परंपरा को निभाते आ रहे हैं। इसे देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। इस वर्ष भी परंपरा का निवर्हन किया गया।

यह गांव झारखंड के लोहरदगा जिले के सेन्हा प्रखंड में है। यहां परंपरागत रूप से ढेला मार (पत्थर फेंककर) होली का आयोजन किया जाता है। लोग परंपरा निर्वहन करते हुए होली का आनंद लेते हैं। यहां के लोग वर्षों से होली की इस परंपरा का निर्वहन करते आ रहे हैं।

सेन्हा जिला परिषद सदस्य और आजसू जिला अध्यक्ष राम लखन प्रसाद ने बताया कि सेन्हा प्रखंड के बरही मंडप के पास परंपरा के अनुरूप एक लकड़ी के खंभे को छूने को लेकर लोगों में होड़ मची रही। पहले खंभे को छूने को लेकर लोग भागते रहे। इसी बीच दर्शक के रूप में मौजूद लोग भाग रहे लोगों पर पत्थर मारते हैं। मान्यता है कि पत्थर से लोगों को चोट नहीं लगती। जो पत्थर मारने के बावजूद बिना डरे खंभे को छू लेता है, उसे सुख शांति और सौभाग्य की प्राप्ति‍ होती है।

लोगों के मुताबिक इस परंपरा को निभाने और प्रतियोगिता में शामिल होने को लेकर लोगों में उत्सुकता नजर आई। सैकड़ों की संख्या में लोगों ने ढेला मार होली में भाग लिया। इसे देखने को लेकर लोग दूर-दूर से आए हुए थे। परंपरा का साक्षी बनने के लिए भी लोगों में उत्सुकता नजर आई।

मौके पर सेन्हा जिला परिषद सदस्य और आजसू जिला अध्यक्ष राम लखन प्रसाद, मुखिया सुखदेव उरांव, अजय शुक्ल, महावीर प्रसाद, परमानंद महतो, रामाधार पाठक,  सीताराम महतो, जयजाती ठाकुर, शक्ति साहू,अंजू ठाकुर, भीम महतो, शिवलाल उरांव, शंकर ठाकुर, महेंद्र ठाकुर, विनोद ठाकुर, परमानंद प्रसाद, उमेश महतो, राधेश्याम महतो, शक्ति ठाकुर, संतोष ठाकुर, उमेश ठाकुर, विनोद महतो, सुभाष चंद्र कौशल, शिवलाल उरांव, सुनील ठाकुर, पवन ठाकुर, मुकेश महतो, अंजू ठाकुर, अजय महतो, रितेश महतो, पंकज महतो, गणेश ठाकुर, राजेश ठाकुर, दीपक ठाकुर, विक्रम कुमार, भीम महतो, सनी ठाकुर, अनिल ठाकुर आदि मौजूद थे।