सफल महिला किसानों के अनुभव ने किया प्रेरित, उत्‍कृष्‍ट काम को मिला सम्‍मान

कृषि झारखंड
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  • पूर्वी क्षेत्र प्रादेशिक एवं एग्रोटेक- 2021 किसान मेला का दूसरा दिन

रांची। पूर्वी क्षेत्र प्रादेशिक एवं एग्रोटेक-2021 किसान मेला में शनिवार को महिला कृषक गोष्ठी और पशु पक्षी प्रदर्शनी का आयोजन आकर्षण का मुख्य केंद्र रहा। बिरसा कृषि विश्वविद्यालय एवं विस्तार निदेशालय, कृषि, सहकारिता एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार के संयुक्त तत्वावधान में इसका आयोजन हो रहा है।

महिला कृषक गोष्ठी व पशु पक्षी प्रदर्शनी का आयोजन

महिला कृषक गोष्ठी में मुख्य अतिथि दुमका स्थित सिदो कान्हू विश्वविद्यालय की कुलपति सोना झरिया मिंज ने मेला से महिला कृषक को नई पहचान एवं सम्मान का अवसर बताया। उन्‍होंने कहा कि महिलाओं को चुनौती नहीं और उनके लिए सभी कार्य संभव है। महिला कृषकों को जैविक खेती और पशुपालन से जुड़ने, विवि को स्वास्थ्यकारी सभी सात मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा देने, शैक्षणिक संस्थानों के बीच सामंजस्य स्थापित व संथाल परगना में वृहद् किसान मेला आयोजन की बात कही। पशु सखी के रूप में उत्कृष्ट कार्य के लिए नगड़ी की भागमानी देवी और मशरूम उत्पादन में नगड़ाटोली की शोभा मंडल को सम्मानित किया।

संघर्ष की गाथा ने किया प्रेरित

गोष्ठी में डायन बिसाही उन्मूलन की नेत्री पद्मश्री विजेता श्रीमती छुटनी महतो एवं नारी मुक्ति वाहिनी से प्रधानमत्री द्वारा सम्मानित चान्ही मुर्मू से अपने संघर्ष की गाथा से प्रेरित किया। मौके पर महिला वैज्ञानिकों में डॉ स्वाति सहाय ने पशुधन प्रबंधन एवं समन्वित कृषि प्रणाली, डॉ पूनम होरो ने फूलों की व्यवसायिक खेती, डॉ किरण सिंह ने कृषि विविधिकरण और वानिकी छात्रा निकिता कुमारी ने कृषि वानिकी व लघु वन उत्पाद तकनीक से लाभ लेने की जानकारी दी। मौके पर सफल महिला कृषक उद्यमी पूर्वी सिंहभूम की सुमति तिर्की ने सूकर पालन से प्रतिवर्ष पांच लाख की आय, रातु की किरण खालको में महिला समूह से सामूहिक खेती में लाभ एवं सिमडेगा की जीरन टोपनो खेती बाड़ी व सूकर पालन से लाभ एवं अनुभवों को साझा किया।

पशु पक्षी प्रदर्शनी का आयोजन

मेला के दूसरे दिन पशु-पक्षी प्रदर्शनी का उद्घाटन झारखंड विधानसभा अध्यक्ष रबिन्द्र नाथ महतो द्वारा किया गया। उन्‍होंने कहा कि कृषि एवं पशुधन का हमारे जीवन में व्यापक महत्‍व है। भारतीय समाज की संपन्नता इसमें निहित है। उन्होंने अन्नदाता किसानों को उपज का उचित मूल्य को प्राथमिकता एवं बाजार मुहैया पर बल दिया। विवि वैज्ञानिक किसान हितों के अनुसंधान एवं प्रसार गतिविधियों पर केंद्रित करें। विवि को पर्याप्त खाद्यान उत्पादन के लिए ज्यादा ध्यान एवं कृषि से किसानों को संपन्नता के लिए कार्य करने की जरूरत है।

पुस्तक का विमोचन 

मौके पर विधानसभा अध्यक्ष द्वारा पशुओं एवं मुर्गियों में प्रमुख रोग एवं उपचार नामक पुस्तक का विमोचन किया।

विवि से सेवानिवृत्त वयोवृद्ध पेंशनभोगी को सम्मान

विवि से सेवानिवृत्त वयोवृद्ध पेंशन भोगी प्राध्यापकों में डॉ अनिरुद्ध प्रसाद, डॉ जयदेव मंडल, डॉ बैकुंठ मिश्रा, डॉ राधा कांत मिश्रा एवं लक्षमण लाल को विशिष्ट सेवा के लिए शॉल एवं मोमेंटो प्रदान कर सम्मानित किया।

कृषि को प्रकृति का मानव उपहार बताया

पूर्वी सिंहभूम के विधायक सरयू राय ने कृषि को प्रकृति का मानव उपहार बताया। उन्होंने बदलते वैश्विक परिवेश में प्रकृति, कृषि, कृषि उत्पादन, पशु एवं पक्षियों के संरक्षण पर जोर दिया। पशु प्रबंधन पर वैज्ञानिकों को अधिक योगदान देने, पशुपालन को अधिक उपयोगी और लाभकारी बनाने की बात कही। डीन वेटनरी डॉ सुशील प्रसाद ने प्रदेश में पशुपालन क्षेत्र में विकास का जिक्र करते हुए पशुधन मामले में प्रदेश में विगत पांच वर्षो में दस से तीस प्रतिशत बढ़ोतरी के बारे में बताया। इसे लाभकारी उद्यम बताया। अध्यक्षीय भाषण में कुलपति ने कृषक महिलाओं व सफल महिला कृषक उद्यमी द्वारा मेले में प्रदर्शित प्रसंस्करण एवं मूल्यवर्धन तकनीक, कृषि उत्पाद तथा राज्य में पशुपालन के क्षेत्र में संभावनाओं पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संचालन शशि सिंह और धन्यवाद डॉ निभा बाड़ा ने किया।