जमशेदपुर। टाटा स्टील ने अपने संस्थापक जमशेदजी नसेरवानजी टाटा को उनकी 182वीं जयंती पर 3 मार्च को श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर रतन टाटा (चेयरमैन एमेरिटस, टाटा संस), एन चंद्रशेखरन (चेयरमैन, टाटा संस), टीवी नरेंद्रन (सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर, टाटा स्टील), कौशिक चटर्जी (एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर व सीएफओ, टाटा स्टील) समेत टाटा स्टील के वाईस प्रेसिडेंट्स, यूनियन के पदधारी और अन्य व्यक्ति उपस्थित थे।
टाटा स्टील के परिसर के अंदर वर्क्स मेन गेट पर टाटा स्टील और टाटा स्टील समूह की कंपनियों के विभिन्न डिवीजनों और डिपार्टमेंटों का प्रतिनिधित्व करने वाले 30 से अधिक कन्टिंजेंट ने संस्थापक को श्रद्धांजलि दी।
इस वर्ष कोविड-19 के मद्देनजर सादगी के साथ समारोह मनाया गया। हालांकि, संस्थापक को श्रद्धांजलि देने की भावना बरकरार थी। इस अवसर को चिह्नित करने के लिए सीमित शारीरिक भागीदारी के साथ कुछ कार्यक्रम आयोजित किए गए। जमशेदपुर वर्क्स में संस्थापक दिवस समारोह को कर्मचारियों के साथ-साथ जमशेदपुर के नागरिकों के एक चुनिंदा समूह के लिए लाइव स्ट्रीम किया गया।
बिष्टुपुर पोस्टल पार्क में जमशेदपुर के नागरिकों को अपने संबोधन में एन चंद्रशेखरन ने जमशेदपुर के लोगों के लिए मंगल कामना की। बेहतर कल के लिए उनके सामूहिक संकल्प और प्रतिबद्धता के लिए उन्हें बधाई दी। उन्होंने कहा कि पिछले 12 महीने बहुत कठिन, चुनौतीपूर्ण रहे हैं। हम सभी किसी न किसी तरह की कठिनाइयों से गुजरे हैं। इसके बावजूद इस महामारी से सबसे बेहतर तरीके से लड़ने के लिए टाटा स्टील और जमशेदपुर के नागरिकों ने एकजुटता दिखायी। एक साथ मिल कर काम किया।
एन चंद्रशेखरन ने बताया कि रतन टाटा के नेतृत्व में टाटा समूह ने महत्वपूर्ण वित्तीय संसाधन जुटाए हैं। पिछले एक वर्ष में भोजन, स्वास्थ्य सेवा आदि में सहायता के लिए कई गतिविधियों में संलग्न रहे। उन्होंने कर्मचारियों और समुदाय की सुरक्षा में अपनी भूमिका बखूबी निभाने के लिए फ्रंटलाइन वर्कर्स, टीएमएच स्टाफ, सीएसआर टीम और जमशेदपुर के प्रत्येक नागरिक को तहे दिल से धन्यवाद दिया।
इससे पहले रतन टाटा और एन चंद्रशेखरन ने टीवी नरेंद्रन की मौजूदगी में 2 मार्च 2021 को नवल टाटा हॉकी एकेडमी की एकेडमी बिल्डिंग, इंडियन स्टील एंड वायर प्रोडक्ट्स लिमिटेड में ग्राफिटी सेंटर और जमशेदपुर में टेलीफोन एक्सचेंज गेट पर टाटा स्टील गेटवे स्ट्रक्चर का उद्घाटन किया।
संस्थापक दिवस की पूर्व संध्या पर एन चंद्रशेखरन ने जुबली पार्क में संस्थापक की प्रतिमा स्थल में प्रकाश सज्जा का उद्घाटन किया। महामारी को देखते हुए सार्वजनिक सभा से बचने के लिए पार्क में विद्युत सज्जा को सीमित रखा गया है। जमशेदपुर में एक दर्जन से अधिक विरासत इमारतों और 30 से अधिक गोलचक्करों को 2 मार्च से 5 मार्च, 2021 तक रोशनी से सजाया गया है।
पिछले वर्षों की तरह जमशेदपुर वर्क्स के अंदर स्टीलेनियम हॉल में एक प्रदर्शनी भी आयोजित की गई। इस वर्ष की प्रदर्शनी ‘एक्सीलेरेटिंग टू द फ्यूचर : लर्निंग फ्रॉम द पैनडेमिक ऐंड पायोनियरिंग अ न्यू ऑपरेटिंग पाराडाइम’ (भविष्य के लिए त्वरणशील : महामारी से सीखना और एक नए परिचालन प्रतिमान का नेतृत्व करना) विषय पर आधारित थी। टाटा स्टील के विभिन्न विभागों और डिवीजनों द्वारा टाटा स्टील की यात्रा के उल्लेखनीय उदाहरणों को प्रदर्शित किया गया। इनमें कंपनी को एक नए परिचालन प्रतिमान के लिए सक्षम बनाने वाले टेक्नोलॉजी लीडरशिप और संगठनात्मक एजीलिटी के विभिन्न पहलु आदि शामिल थे।
महामारी को देखते हुए जेआरडी टाटा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में खेल गतिविधियों को ‘नो कॉन्टैक्ट’ स्पोर्ट्स जैसे रनिंग, लॉन्ग जंप और रेस वॉक तक सीमित रखा गया।
इस वर्ष के संस्थापक दिवस का विषय ‘एजाइल टुडे फॉर अ सस्टेनेबल टुमौरो’ है। टाटा स्टील समेत सभी सफल प्रतिष्ठानों ने कार्यस्थल संस्कृति और पर्यावरण में ‘एजीलिटी’ की महती आवश्यकता को अंगीकार किया है। ‘एजीलिटी’ हमेशा सबसे पहली पंक्ति में रही है। बदलाव को धारण करने और इसे प्रभावी करने के लिए यह लीडरों के साथ-साथ कर्मचारियों के लिए भी एक महत्वपूर्ण गुण-धर्म है। टाटा स्टील ने एक इकोसिस्टम बनाया है। यह कर्मचारी और स्टेकहोल्डरों को नए क्षितिज का पता लगाने में सक्षम बनाता है। नवाचार व उत्कृष्टता की संस्कृति को बढ़ावा देते हुए विफलताओं से सिखाता है। इन प्रयासों ने समय के साथ टाटा स्टील जैसे संस्थानों को टिकाऊ बनने में सक्षम बनाया है।