नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी से एक के बाद एक नेताओं के छोड़ने का सिलसिला रुक नहीं रहा। इस बार पार्टी के वरिष्ठ नेता पीसी चाको ने कांग्रेस से इस्तीफा दिया है। इस्तीफे की घोषणा के साथ दिए बयान में उन्होंने कहा कि वह पार्टी की केरल ईकाई में चल रही गुटबाजी से नाराज हैं।
चाको ने पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को इस्तीफा भेजा है। राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले पीसी चाको के इस्तीफे से कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा है। पार्टी छोड़ने के बाद उन्होंने कहा, “मैं पिछले कई दिनों से इस फैसले पर विचार-विमर्श कर रहा था। मैं केरल से आता हूं जहां कोई कांग्रेस पार्टी नहीं है। पार्टी दो धड़ों में काम करती है, एक हैं कांग्रेस (आई) और दूसरी कांग्रेस (ए) । केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) वहां सिर्फ दो पार्टियों की समन्वय समिति के रूप में कार्य करती है।’
चाको ने आगे कहा कि वर्तमान में केरल में विधानसभा चुनाव का महत्वपूर्ण समय है। ऐसे में लोग चाहते हैं कि कांग्रेस वापस सत्ता में आए लेकिन पार्टी के शीर्ष नेता आपसी गुटबाजी में व्यस्त हैं। उन्होंने कहा, “प्रदेश कांग्रेस की स्थिति को लेकर मैंने कई बार हाईकमान से संपर्क साधा और इसे समाप्त करने को लेकर उनसे हस्तक्षेप किए जाने की मांग की। लेकिन हाईकमान भी दोनों समूहों के तर्क और प्रक्रिया से ही सहमत दिख रही है।”
उल्लेखनीय है कि पीसी चाको दिल्ली कांग्रेस के प्रभारी रह चुके हैं। हालांकि 2020 में दिल्ली विधानसभा चुनाव में पार्टी को जीत नहीं दिला पाने की वजह से उन्होंने प्रभारी पद से इस्तीफा दे दिया था।