बैंकों के वैधानिक अंकेक्षण में रिजर्व बैंक की गाइडलाइन का पालन जरूरी : अतुल अग्रवाल

झारखंड
Spread the love

रांची। सेंट्रल इंडिया रीजनल कौंसिल के उपाध्यक्ष और नोएडा के विशेषज्ञ अतुल अग्रवाल ने कहा कि बैंकों के वैधानिक ऑडिट में रिजर्व बैंक की गाइडलाइंस का हमेशा पालन करना चाहिए। वैधानिक अंकेक्षण में एलएफएआर के हर कॉलम को ध्यान से भरकर और बैंक द्वारा दि‍ये डॉक्यूमेंट के आधार पर अपनी रिपोर्ट तैयार करनी चाहिए। बैंकों का वैधानिक अंकेक्षण चार्टर्ड एकाउंटेंट्स के लिए एक महत्वपूर्ण दायित्व है। वे 24 मार्च को बैंक ब्रांच ऑडिट पर बुधवार को आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में बोल रहे थे। इसका आयोजन दी इंस्टिट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया की प्रोफेशनल डेवलपमेंट कमेटी के सहयोग से रांची शाखा ने रांची में किया।

अग्रवाल ने कहा कि उस बैंक के क्रियाकलाप और बैंक के वित्तीय लेन देन में कि‍सी तरह की गड़बड़ी होने पर सरकार को अंकेक्षण रिपोर्ट से ही पता चलता है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के कारण रिजर्व बैंक ने 1 मार्च, 2020 से 31 अगस्‍त, 2020 तक ब्‍याज से राहत दी थी। इस कारण हमें किसी भी अकाउंट को NPA घोषित करने से पूर्व पूरी सावधानी बरतनी होगी।

कार्यशाला में कोलकाता के विशेषज्ञ संजीब संघी ने ‘ऑडिट इन सीबीएस एनवायरनमेंट’ पर बोलते हुए कहा कि आज सभी बैंक कंप्यूटराइज्ड हो चुके है। इस कारण बैंक की वैधानिक ऑडिट करनी हो तो उसमें उपयोग होने वाले सॉफ्टवेयर के बारे में जानकारी प्राप्‍त कर लेनी चाहिए। यदि बैंक द्वारा उपयोग किया जाने वाला सॉफ्टवेयर के बारे में हमें जानकारी हो तो आसानी से कम समय में बैंकों की शाखाओं का वैधानिक अंकेक्षण किया जा सकता है। उन्होंने बैंकों द्वारा उपयोग किये जाने वाले प्रमुख सॉफ्टवेयर और उससे सूचना प्राप्‍त करने से संबंधित कार्य को उदाहरण सहित समझाया। उन्होंने एक्सेल के इस्तेमाल से बैंक ऑडिट को संपन्न करने के तरीके पर विस्तार से चर्चा की।

इस कार्यशाला में इंस्टिट्यूट की रांची शाखा के अध्यक्ष प्रवीण शर्मा ने कहा कि बैंकों का वैधानिक अंकेक्षण का कार्य एक सीमित अवधि‍ में संपन्न करना होता है। यह कार्यशाला चार्टर्ड अकाउंटेंट के लिए अगले माह में होने वाली बैंकों के वैधानिक ऑडिट से संबंधित कार्य को समयबद्ध संपन्न करने में काफी सहायक होगी।

रांची शाखा के सचिव प्रभात कुमार के धन्यवाद किया। इस कार्यशाला का संचालन स्नेहा प्रिया ने किया। इस कार्यशाला के आयोजन में इंस्टिट्यूट की रांची शाखा की सीपीइ कमेटी की अध्यक्षा मनीषा बियानी, रांची शाखा के उपाध्यक्ष विनीत अग्रवाल और कार्यकारिणी सदस्य पंकज मक्कड़ का महत्वपूर्ण योगदान था। इस कार्यशाला में रांची और आसपास से 150 से ज्यादा चार्टर्ड एकाउंटेंट्स उपस्थित थे।