- नौजवानों के लिए निकाह और शरीयत की तालीम भी शुरू की जाएगी
योगेश कुमार पांडेय
गिरिडीह। इस्लाहुल मुस्लिमीन कमेटी ने दहेज और बैंड बाजा पर प्रतिबंध लगाने की पहल की। जिले के जमुआ कर्बला मैदान में कमेटी ने दहेज रोको मुहिम की शुरुआत की। इस मामले को लेकर एक बैठक हुई। इसमें जमुआ देवरी के 115 अंजुमन कमेटी के सदर सेक्रेटरी और शहर से कुछ लोगों ने भाग लिया। बैठक में तय किया गया कि अब शादी में दहेज को रोका जाएगा। बैंड बाजा पर भी प्रतिबंध लगेगा।
इस अवसर पर डॉ जावेद ने कहा कि दहेज ने समाज को बदनाम कर दिया है। इसके कारण हमारी बेटियां खुदकुशी कर रही है। गरीब बर्बाद हो रहे हैं। इसे रोकना है। शादी में बैंड बाजा हर बुराई की जड़ है। इसे खत्म करना भी जरूरी है। अब हमलोग हर अंजुमन का दौरा करेंगे। लोगों को इसके लिए जागरूक करेंगे। खुशी की बात है कि एक साथ सैकड़ों अंजुमन के जिम्मेदारों ने दहेज और बैंड बाजा रोकने का फैसला लिया है।
जेएमएम अल्पसंख्यक मोर्चा के जिलाध्यक्ष चांद रशीद अंसारी ने कहा अब वक्त आ गया है कि समाज दहेज पर कठोर फैसला ले। जल्द ही जिले के सभी प्रखंड के सभी अंजुमन कमेटी की बैठक कर दहेज को बाहर किया जाएगा। निकाह हमारे ईमान का हिस्सा है। इसमें दहेज और बैंड बाजा की कोई जगह नहीं है। इसलिए इसे रोकने के लिए सभी आगे आये हैं। जल्दी ही, एक बड़ी आम सभा कर दहेज के खिलाफ जिला स्तर पर बड़ा फैसला लिया जाएगा।
मौलाना अनवार ने कहा कि शादी में सादगी अपनाकर फिजूल खर्चे को खत्म किया जाएगा। जिस पैसे को बेटी के दहेज के लिए जमा किया जाता है, उसे बेटी की शिक्षा के लिए खर्च किया जाएगा। सिर्फ गिरिडीह नहीं, बल्कि पूरे देश मे दहेज पर प्रतिबंध के लिए मुहिम शुरू हो गयी है। इसमें गिरिडीह भी आगे रहेगा। इमरान आलम ने कहा कि इस्लाम में दहेज हराम है। बैंड बाजा के लिए कोई जगह नहीं है। नौजवानों को समझना होगा। सादगी में जो रुतबा है, वह बैंड बाजा कर नाचने में नहीं है। जो बेटियों पर जुल्म करेगा, समाज उसके साथ नहीं रहेगा। जल्द ही नौजवानों की आमसभा होगी। इसमें दहेज और बैंड बाजा से परहेज करने की शपथ लेंगे।
बैठक में फैसला लिया गया कि जल्द ही नौजवानों के लिए निकाह और शरीयत की तालीम भी शुरू की जाएगी। बैठक की अध्यक्षता मो असरार और संचालन पप्पू खान ने किया। मौके पर सदर मो शहादत चीना खान, मशहर इमाम, नौशाद अली, जुल्फिकार अली, अयूब अली, अफरोज आलम, इसराइल अंसारी, पप्पू खान सचिव, सहादत अंसारी अध्यक्ष, शफीक अंसारी कोषाध्यक्ष, हाबीबुल्लाह मुजाहिदीन महामंत्री, इनामुल अंसारी, जाहिद रजा, जाहिरउद्दीन, नुरुल्लाह सिद्दीकी, फिरोज कादरी, सरताज रब्बानी, नौशाद मंसूर अंसारी, मुमताज अंसारी, रियाज मुमताज अंसारी समेत दर्जनों लोग शामिल थे।