वर्षों से पति और पुत्र की खोज में दर-दर भटक रही महिलाएं

झारखंड
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भंडरा थाने में आवेदन देकर ढूंढ़ने की लगाई गुहार

आनंद कुमार सोनी

लोहरदगा। वर्षों से पति और पुत्र की खोज में महिलाएं दर-दर भटक रही है। उन्हें उनके साथ किसी अनहोनी की आशंका सता रही है। उन्होंने भंडरा थाना में आवेदन देकर अपने पति और पुत्र को ढूंढने की गुहार लगाई है।

भंडरा थाना क्षेत्र के सेमरा गांव निवासी बिरसी उरांव ने बताया कि छह वर्ष पूर्व उसके पति खदी उरांव और 29 वर्षीय पुत्र परदेशिया उरांव को गांव का सरदार बिंदेश्वर महतो ईंट भट्ठा में काम कराने ले गया था। दो साल के बाद भी पति और पुत्र घर नहीं लौटे। इसके बाद वह वर्ष 2018 में सरदार के पास गई। सरदार ने बिरसी के पुत्र परदेशिया की मृत्यु की खबर दी। उसके पुत्र का शव घर पहुंचा दिया।

बिरसी ने बताया कि उसके पुत्र की मृत्यु पर ना ही सरदार और ना ही ईट भट्ठा मालिक ने मुआवजा दिया। हालांकि पति के बारे में पता नहीं चला। बेसहारा बिरसी अपने पति के लौटने की आस में अकेले जिंदगी काट रही है। हालांकि उसके पति का अब तक पता नहीं चल सका है।

सेमरा गांव की ही रहने वाली विधवा और बेसहारा मंगरी लोहराइन ने भी सरदार बिंदेश्वर महतो पर अपने 29 वर्षीय पुत्र भुनेश्वर लोहरा को लापता करने का आरोप लगाया। उसने कहा कि तीन वर्ष पहले सरदार अपने साथ उसके पुत्र भुनेश्वर को मजदूरी कराने ईंट भट्ठा ले गया था। अब तक उसका पता नहीं चल सका है।

थाना में आवेदन देकर दोनों पी‍ड़ि‍ता ने आरोप लगाया है कि सरदार बिंदेश्वर महतो से कई बार अपने पति की जानकारी लेने गई, पर उसे डरा धमका कर घर भेज दिया। पुलिस के पास जाने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी गई।

थाना प्रभारी अभिषेक तिवारी ने बताया कि जो सरदार मजदूर को ले गया था। उससे कड़ाई से पूछताछ कर जल्द महिला बिरसी के पति और मंगरी के पुत्र को ढूंढने का प्रयास किया जाएगा। आरोपी पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।