रांची। संयुक्त किसान मोर्चा के देशव्यापी आह्वान पर झारखंड राज्य किसान संघर्ष समन्वय समिति द्वारा राज्य में व्यापक पैमाने पर सभी रेलवे स्टेशनों पर रेल रोको कार्यक्रम किया जाएगा। मुख्य रूप से किसान विरोधी कानून वापस लेने, किसानों के फसल का समर्थन मूल्य की गारंटी का कानून बनाने, झारखंड में पंचायत स्तर पर धान क्रय केंद्र खोलने, किसानों की अनाज की खरीद की गारंटी और केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल में प्रति लीटर 5.28 रुपये, डीजल में 5.58 रुपये और गैस सिलेंडर में 50 रुपये मूल्यवृद्धि वापस लेने और मजदूर विरोधी लेबर कोड रद्द करने की मांग शामिल हैं।
समिति के सदस्यों ने कहा कि पेट्रोल-डीजल का दाम 100 रुपये के करीब पहुंचने को है। किसानों और कृषि पर पेट्रोल-डीजल मूल्य वृद्धि का बहुत बुरा प्रभाव पड़ेगा। झारखंड में किसानों का धान अभी तक नहीं खरीदा जा रहा है। किसानों का धान बिचौलियों द्वारा 10 से 12 रुपये में खरीदा जा रहा है। बिचौलिए ही क्रय केंद्रों पर 20.50 रुपये में बेच रहे हैं। आम किसानों का रजिस्ट्रेशन नहीं हो रहा है। रजिस्ट्रेशन उसी का होता है, जो घूस देता है। आम किसान रजिस्ट्रेशन से वंचित हैं।
समिति ने कहा कि रेल रोको कार्यक्रम शांति पूर्ण होगा। उक्त कार्यक्रम में किसानों के अलावे मजदूर, महिला, युवाओं की भी भागीदारी होगी। राज्य एवं जिलों के किसान नेताओं को शांतिपूर्ण रेल रोको कार्यक्रम करने की जिम्मेदारी दी गई है।
सुफल महतो
राज्य संयोजक
झारखंड राज्य किसान संघर्ष
समन्वय समिति
महेंद्र पाठक
महासचिव
एआईकेएस, झारखंड
पूरन महतो
महासचिव
किसान महासभा झारखंड
सुरजीत सिन्हा
महासचिव
झारखंड राज्य किसान सभा
राजेंद्र गोप
अध्यक्ष
किसान संग्राम समिति झारखंड