बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहे प्राईवेट अस्पताल, विभाग मेहरबान, मरीज हलकान

झारखंड सेहत
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लातेहार। जिले में कई प्राइवेट अस्‍पताल बिना रजिस्‍ट्रेशन के चल रहे हैं। उनपर स्‍वास्‍थ्‍य विभाग के अधिकारी भी मेहरबान है। इससे मरीजों की जान पर बन आई है। भाकपा के वरिष्‍ठ नेता अयुब खान ने ऐसे अस्‍पतालों पर कार्रवाई करने की मांग मुख्‍यमंत्री, स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री और उपायुक्‍त से की है।

जानकारी के मुताबिक जिले के चंदवा के इंदिरा गांधी चौक स्थित एक प्राईवेट अस्पताल भी बगैर रजिस्ट्रेशन के चल रहा है। बिना रजिस्‍ट्रेशन के चल रहे इन अस्पतालों पर स्वास्थ्य विभाग मेहरबान है। ये अस्पताल बेधड़क मरीजों के जीवन से खिलवाड़ कर रहे हैं। फर्जी अस्पताल के खिलाफ जिले में शुरू हुआ अभियान भी ठंढे बस्ते में चला गया है।

राज्य सरकार और जिला प्रशासन मरीजों को सुविधा देने के लिए सख्ती कर रही है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से बिना रजिस्ट्रेशन धड़ल्ले से अस्पताल चल रहे हैं। यही वजह है कि प्रखंड में फर्जी अस्पतालों का अवैध धंधा फलफूल रहा है।

अवैध रूप से चल रहे अस्पताल गंभीर बीमारियों से लेकर ऑपरेशन तक का ठेका लेते हैं।

मजे की बात तो यह है कि कई अस्पताल मेडिकल मानकों को भी पूरा नहीं कर रहे हैं। ना ही उनका लाइसेंस है।

माकपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि बगैर रजिस्ट्रेशन के अस्पताल चलाना गैरकानूनी है। एमबीबीएस डॉक्टर ही अस्पताल का पंजीकरण करा सकते हैं। ऐसे में कुछ लोग एमबीबीएस डॉक्टर की डिग्री लगाकर पंजीकरण करा लेते हैं। उन्‍होंने बिना रजिस्ट्रेशन चल रहे अस्पतालों पर कार्रवाई करने की मांग मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, उपायुक्त से की है।