– ‘आसोम माला’ योजना का किया उद्घाटन, मेडिकल और टेक्निकल कॉलेज स्थापित किए जाएंगे, जहां स्थानीय भाषाओं में होगी पढ़ाई : मोदी
-प्रधानमंत्री की मदद ने असम को दिलाई अलग पहचान : सीएम
शोणितपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को शोणितपुर जिला के ढेकियाजुली में आयोजित एक कार्यक्रम में बिश्वनाथ और चराइदेव जिलों में दो मेडिकल कॉलेजों की आधारशिला रखी और औपचारिक रूप से ‘आसोम माला’ योजना का उद्घाटन किया।
बिश्वनाथ में स्थापित होने वाले मेडिकल कालेज की लागत 565 करोड़ रुपये तथा चलाईदेव में बनने वाले मेडिकल कालेज पर 557 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इन कालेजों से सालाना 200 नए एमबीबीएस डॉक्टर्स पास होंगे। दूसरी ओर, राज्य में शुरू की गयी आसोम माला योजना के माध्यम से राज्य के सड़क बुनियादी ढांचे में काफी सुधार होगा।
इस अवसर पर एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि असम के लोगों के प्यार और स्नेह के कारण वह राज्य में आते रहते हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल के नेतृत्व वाली राज्य सरकार की तीव्र गति से असम के विकास के लिए सराहना की, जिस कारण से वह राज्य में नई योजनाओं और कार्यक्रमों के शुभारंभ में भाग लेने में सक्षम हुए हैं। उन्होंने ढेकियाजुली से शहीदों को भी श्रद्धांजलि दी जिन्होंने ब्रिटिश शासकों के खिलाफ 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान अपनी जान गंवा दी थी। उन्होंने कहा कि शहीदों के बलिदान आज भी देश के लोगों को प्रेरणा देते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश का उत्तर पूर्व क्षेत्र लंबे समय तक उपेक्षित रहा लेकिन यह क्षेत्र अब तेजी से विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है और केंद्र और राज्य दोनों सरकारों के प्रयासों के कारण छह नए मेडिकल कॉलेज असम में स्थापित किये गए हैं। उन्होंने कहा कि बिश्वनाथ और चराइदेव में दो नए मेडिकल कॉलेज असम के सार्वजनिक स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को बढ़ाएंगे। उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेजों से हर साल 1600 नए एमबीबीएस डॉक्टर पास होंगे। असम में एक नया मेडिकल और तकनीकी कॉलेज स्थापित किया जाएगा जो राज्य की स्थानीय भाषाओं में शिक्षा प्रदान करेगा।
उन्होंने कहा कि कामरूप जिला के चांगसारी में एम्स का निर्माण कार्य तेज गति से चल रहा है और संस्थान में एमबीबीएस का पहला बैच शुरू हो चुका है। उन्होंने कहा कि एम्स पूरा होने के बाद न केवल असम में बल्कि पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र में चिकित्सा विज्ञान का एक प्रमुख संस्थान बन जाएगा। प्रधान मंत्री मोदी ने केंद्र और राज्य सरकारों की योजनाओं जैसे कि आयुष्मान भारत, अटल अमृत अभियान आदि पर प्रकाश डाला, जिसने समाज के कमजोर वर्गों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा तक पहुंचाने में सक्षम बनाया। उन्होंने कोरोनो वायरस के खिलाफ लड़ाई में देश की सफलता पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने आशा व्यक्त की कि असम और देश के लोग स्वार्थी समूहों के सभी भारत विरोधी षड्यंत्रों को हरा देंगे। क्योंकि, असम देश के बाकी हिस्सों के साथ शांति, समृद्धि और विकास के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है।
मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने असम के लोगों की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी और कहा कि राज्य सरकार प्रधानमंत्री के निरंतर समर्थन और सहयोग के कारण अपने सभी वादों को पूरा करने में सक्षम रही है। स्वतंत्रता के बाद 74 वर्षों की अवधि के दौरान प्रधानमंत्री मोदी पहले प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर असम को महत्व दिया और प्रधानमंत्री के अथक प्रयासों के कारण असम अपने लिए एक अलग पहचान बनाने में सक्षम हुआ। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय बजट में असम के लिए बढ़े आवंटन को लेकर भी टिप्पणी की। असम पिछले कुछ वर्षों में लगातार प्रगति कर रहा है और इस वर्ष के केंद्रीय बजट में चाय बागान क्षेत्रों की महिलाओं और बच्चों के लिए 1000 करोड़ रुपये ने असम के प्रति केंद्र सरकार की सद्भावना को दर्शाया है।
मुख्यमंत्री सोनोवाल ने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा राज्य में स्थानीय भाषाओं में शिक्षण के लिए एक मेडिकल और एक तकनीकी कॉलेज स्थापित करने की घोषणा का स्वागत किया और कहा कि इस कदम से असम पर भाषा, संस्कृति और स्वदेशी लोगों के संरक्षण में बहुत मदद मिलेगी।
कामाख्या मंदिर के विकास के लिए 300 करोड़ रु., माजुली में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए 1097 करोड़ रुपये, केंद्र सरकार द्वारा 36 जिलों में 1300 किमी सड़कों के निर्माण के लिए 34 हजार करोड़ रुपये उपलब्ध कराने जैसे कदमों पर प्रकाश डाला। सोनोवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व के कारण असम में शांति लौट आई है। क्योंकि, कई आतंकवादी संगठनों के सदस्यों ने आत्मसमर्पण कर हथियार छोड़कर वापस मुख्यधारा में आ गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी एक सच्चे विश्व नेता के रूप में उभरे हैं और उन्होंने आश्वासन दिया है कि असम के लोग एक भारत, श्रेष्ठ भारत के प्रधान मंत्री के दृष्टिकोण की उपलब्धि के लिए पूर्ण सहयोग करेंगे।
राज्य के वित्त, स्वास्थ्य, पीडब्ल्यूडी आदि मामलों के मंत्री डॉ हिमंत विश्वशर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना-19 महामारी के दौरान असम के लोगों के प्रति से मजबूती से खड़े हुए थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अन्य देशों को कोविड-19 वैक्सीन प्रदान करके पूरी दुनिया के सामने एक उदाहरण रखा है। उन्होंने कहा कि असम को भी 6 लाख टीके प्रदान किए हैं। विश्वशर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री के निरंतर समर्थन के कारण असम सभी क्षेत्रों में विकसित हो रहा है और राज्य देश के शीर्ष पांच राज्यों में से एक के रूप में उभरा है।
डॉ विश्वशर्मा ने बताया कि प्रधानमंत्री ने राज्य में प्रत्येक नए मेडिकल कॉलेजों के निर्माण के लिए 180 करोड़ रुपये मुहैया कराए हैं। जुलाई से राज्य के लोगों को चिकित्सा उपचार के लिए दिल्ली जैसी जगहों पर अब जाने की जरूरत नहीं होगी। क्योंकि इस दौरान चांगसारी में एम्स चालू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री द्वारा आज शुरू की गई 8 हजार करोड़ रुपये की आसोम माला योजना से राज्य में सड़क बुनियादी ढांचे की व्यवस्था में सुधार होगा और इस योजना के तहत दो सड़कें ढेकियाजुली और बोरसाला निर्वाचन क्षेत्रों में भी बनाई जाएंगी।
केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री रामेश्वर तेली, असम सरकार में मंत्री रंजीत दत्ता, अतुल बोरा, केशब महंत, नाबा कुमार दलै, पीयूष हजारिका, राज्यसभा सांसद (राज्यसभा) कामाख्या प्रसाद तासा, लोकसभा सांसद पल्लब लोचन दास, क्वीन ओझा, तपन कुमार गोगी, दिलीप सैकिया, बीटीसी के सीईएम प्रमोद बोड़ो, हाउसफेड के अध्यक्ष रंजीत कुमार दास, कई विधायक और अन्य कई गण्यमान्य व्यक्ति कार्यक्रम में उपस्थित थे।